CEC रावत ने कहा, लोकसभा, विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं

Thursday, Aug 23, 2018 - 09:12 PM (IST)

औरंगाबादः सभी अटकलों को विराम लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ओ पी रावत ने कानूनी ढांचा स्थापित किए बिना लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की संभावना से आज साफ इंकार किया। रावत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई संभावन नहीं।’’ उनसे सवाल किया गया था कि क्या लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराना व्यावहारिक है। लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने हैं वहीं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में इसी साल बाद में विधानसभा चुनाव होने हैं।



एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयुक्त ने बताया कि मौजूदा वक्त में एक साथ चुनाव कराने के लिए संसाधनों की कमी है और इसके लिए बड़े स्तर पर तैयारी करने की जरूरत है। गौरतलब है कि इससे पहले चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि सुरक्षा व्यवस्था, चुनाव के लिए सुरक्षाकर्मी और बहुत सी चीजें देखनी होंगी। उसके बाद ही इस पर निर्णय हो पाएगा। 



बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत कर रही है। एक साथ चुनाव के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और बीजेपी शासित प्रदेश इसके लिए तैयार हैं। कांग्रेस समेत लेफ्ट की कुछ पार्टियां इसका विरोध जता रहीं हैं।



इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विधि आयोग से मिलकर एक पत्र सौंपा था, जिसमें एक साथ चुनाव कराए जाने पर विचार करने का आग्रह किया गया है। कांग्रेस भी विधि आयोग से मिलकर एक साथ चुनाव कराने का विरोध दर्ज करा चुकी है।


         

Yaspal

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