रिपब्ल्किन पार्टी ने भावनाओं से खिलवाड़ किया !

Tuesday, Jul 19, 2016 - 08:56 PM (IST)

क्लीवलैंड में आयोजित रिपब्ल्किन पार्टी कन्वेन्शन शुरू हो चुकी है। द गार्जियन डॉट कॉम इस पर निगाह बनाए हुए है। उसके साभार से यहां इस कन्वेन्शन की मुख्य बातों को पेश करने का प्रयास किया जा रहा है किस प्रकार रिपब्ल्किन पार्टी की पोल खुल गई। 

आरोपों से हमला

इस कन्वेन्शन की पहली रात अमरीका को दुबारा सुरक्षित बनाने की थीम पर केंद्रित रही। किसी नए कानून और व्यवस्था, ताजा सैन्य नीति को प्रस्तुत करके इस विचार को सबके आगे नहीं रखा गया, बल्कि पिछले 8 वर्षों में सैनिकों या अपराध से प्रभावितों के अभिभावकों और सगे भाई-बहन के साथ शोक जता कर व्यक्त किया गया। इस स्थिति के लिए बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन को जिम्मेदार ठहराया गया। यह आरोप लगाया गया कि उनकी कमजोर नीतियों से तमाम मौतें हुईंं।

माता-पिता का दुख

दो माताओं और एक पिता ने बताया कि उनके पुत्रों की कैसे हत्या कर दी गई। उन्होंने हत्यारों को अवैध विदेशी बताया। अपनी दर्दभरी कहानी सुनाई कि कैसे पुत्रों को खोने से वे कष्टों को झेल रहे हैं। बीच-बीच में भावनाओं में बहने के कारण उनकी आवाज खामोश हो जाती। सब ने यही आरोप लगाया कि ओबामा प्रशासन की वजह से उन्हें इतनी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। जिन लोगों ने उनके बच्चों को मारा, उन्हें देश से बाहर निकालने में प्रशासन विफल रहा। वहां मौजूद हर कोई इन माता-पिता के कष्टों की गहराई को समझने से इंकार नहीं कर सकता था। निश्चित रूप से उनका वहां आना एक शक्तिशाली गवाही रही।

हिलेरी को जेल भेजो

सितंबर 2012 में बेनघाजी में हुए आतंकी हमले में अपने पुत्र को खोने वाली मां पैट स्मिथ की आवाज भर्रा जाने से उनका समझा जा सकता था। बेटे की मौत के लिए सीधा आरोप हिलेरी क्लिंटन पर था, जो उस समय विदेश सचिव थीं। वे यही दोहराती रहीं कि हिलेरी को जेल में भेजा जाए। हालांकि किसी ने स्मिथ को जबरन प्लेटफार्म पर नहीं चढ़या था, सबने यह महसूस किया कि उनके साथ जो हुआ वह गलत था।

आरोप का भंडाफोड़ 

ट्रंप का चुनाव अभियान चलाने वालों को बेनघाजी कांड को हिलेरी जोड़ने से विरोध का सामना करना पड़ सकता है। ये आरोप शायद तर्कहीन हों। इस बात पर जोर दिया गया था कि जो सैनिक वहां तैनात किए गए थे वे अमरीका के राजनयिकों की सुरक्षा के लिए थे। उन्हें उस स्थान को छोड़ने का आदेश नहीं था। इन सैनिकों की वहां मौत के लिए क्लिंटन को दोषी ठहराया गया। वास्तव में, बाद में दो अन्य वक्ताओं ने भी इसी दावे को दोहराया था। जबकि जांच रिपोर्ट के अनुसार बेनघाजी कांड में दो पूर्व नौसैनिकों की जोड़ी भी शामिल थी। अब मुश्किल यह थी कि सैनिकों के स्थान छोड़ने के आरोप लगाने का भंडाफोड़ हो गया। इस आरोप को लगाने वाले रिपब्लिकन्स ही थे। इसी प्रकार अवैध रूप से इमीग्रेशन होने से अपराध बढ़ने के प्रमाण भी नहीं मिले।

आरोपों का पुलिंदा 

वर्ष 2004 में हुए इराक युद्ध में मारे गए किसी सैनिक के परिवार को डेमोक्रेट्स ने स्टेज पर नहीं बुलाया था। जबकि उनके पास जॉर्ज डब्ल्यू बुश पर लगाने के लिए आरोपों का पुलिंदा था। बुश दुबारा चुनाव लड़ना चाहते थे। रिपब्ल्किन्स अपने खिलाफ खड़े लोगों पर तथ्यों को छिपाने का आरोप लगा सकते थे, यदि वे ऐसा प्रयास करते। हालांकि एक वक्ता ने रिचर्ड निक्सन का मामला उठाया था कि उन्होंने युद्ध बंदियों और अमरीकी सैनिकों के परिवारों को रोजगार दिया था। ये सैनिक वियतनाम में लापता हो गए थे, इसे शोषण के समान माना   गया ? लेकिन ट्रंप को यह विचार असभ्य लगा।

ट्रंप कहां गायब हो गए ?

फॉक्स न्यूज के वोट से संबंधित कार्यक्रम में यह सुझाव दिया गया था कि क्या बेनघाजी कांड अपना प्रभाव छोड़ेगा ? तब स्पष्ट हो गया कि यह बहुत अधिक वोटरों को सचेत नहीं करने वाला। वहां और भी कई बातें थीं जो इन पर प्रभाव को कम कर सकती थी। जब स्मिथ क्लीवलैंड की कन्वेन्शन को संबोधित कर रही थी उस समय ट्रंप वहां नहीं थे। वे फॉक्स न्यूज पर इंटरव्यू दे रहे थे। कन्वेन्शन में जो कहानी गढ़ी गई थी वे उसी को तहस नहस कर रहे थे।  

बेशर्मी ही हद

डेमोक्रेट्स ने इसे पुन:याद दिलाया कि जब ट्रंप नामांकन के लिए रिपब्ल्किन्स पार्टी के संभावित उम्मीदवार बन गए थे किस प्रकार यह बेशर्मी से किसी के दुख का फायदा उठाने की उनकी एक चाल थी। ट्रंप में अहंकार कूट-कूट कर भरा हुआ है।

 
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