रेल से अपने माता-पिता को खोजने निकल सकती है गीता

Friday, Jun 24, 2016 - 08:00 PM (IST)

इंदौर: गलती से सीमा लांघने के बाद पाकिस्तान में दशक भर से ज्यादा वक्त गुजारकर भारत लौटी मूकबधिर युवती गीता के माता-पिता की खोज के प्रयास तेज करते हुए सरकार जल्द ही उसे रेल से कुछ स्थानों की यात्रा करा सकती है। मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग की आेर से आज शाम जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि स्वदेश वापसी के बाद पिछले आठ महीने से इंदौर की गैर सरकारी संस्था ‘मूकबधिर संगठन’ के आवासीय परिसर में रह रही गीता के मन में अपने माता-पिता के अब तक न मिल पाने का गम है। पर उसने अब तक उम्मीद नहीं छोड़ी है। 
 
इस युवती ने गैर सरकारी संस्था की संचालक मोनिका पंजाबी को सांकेतिक भाषा में बताया कि वह अपने माता-पिता को ढूंढने के लिये रेल से सफर करना चाहती है। विज्ञप्ति के मुताबिक गीता ने मोनिका से इशारों की जुबान में यह भी कहा कि ‘वह उस जगह को पहचान सकती है, जहां से वह बचपन में गुम हुई थी।’ विज्ञप्ति में संबंधित स्थानों और गीता की संभावित यात्रा का विस्तृत ब्यौरा दिये बगैर कहा गया,‘गीता को रेल के माध्यम से सफर कराया जा सकता है। उसे कुछ एेसी जगहों पर ले जाया जायेगा, जो उसने बतायी हैं।’   
 
मूकबधिर संगठन की संचालक और गीता के बीच सांकेतिक जुबान में हुई बातचीत का हवाला देेते हुए विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान से स्वदेश लौटी मूकबधिर युवती का मन अब इंदौर में रम गया है। ‘वह अपने माता-पिता के मिल जाने के बाद भी पढ़ाई पूरी करने के लिये मध्यप्रदेश के इस शहर की गैर सरकारी संस्था में रुकना चाहती है।’  
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