चीन से निपटने के लिए भारत में 'थिएटर कमान' जल्द
Friday, Jul 24, 2020 - 10:51 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: देश की सीमाओं को और सख्त बनाने के लिए इस समय तीनों सेनाओं को नया स्वरूप देने की कोशिश की जा रही है। इसके पीछे मकसद यह है कि संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल कर सैन्य ताकत में इजाफा करना। इसी कड़ी में चीनी खतरे से निपटने के लिए पहली थिएटर कमान जल्द तैयार किए जाने के आसार हैं। संभावना है कि इस साल के अंत तक यह तैयार हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार, अमरीका और चीन की तर्ज पर भारतीय सेनाओं को भी थिएटर कमान के भीतर लाकर आधुनिक जरूरतों के अनुरूप संचालित किया जाएगा। एक थिएटर कमान के साथ थल, जल और नभ तीनों सेनाओं की ताकत रहेगी। इसका एक मुख्यालय होगा तथा एक संचालनात्मक प्रमुख होगा। सूत्रों का कहना है कि थिएटर कमान की संरचना पर चीफ ऑफ डिफैंस स्टाफ (सी.डी.एस.) के नेतृत्व में कार्य किया जा रहा है।
क्या है थिएटर कमान?
देश की रक्षा-सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर थलसेना, वायुसेना और नौसेना की थिएटर कमान युद्धकाल में दुश्मन के लिए चक्रव्यूह का काम करती है। दरअसल, थिएटर कमान युद्ध के दौरान दुश्मन पर अचूक वार के लिए सेनाओं के सभी अंगों के बीच बेहतरीन तालमेल की प्रणाली है।
चीन से विवाद के बीच राफेल को हैमर मिसाइल से लैस करेगा भारत
चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारत आ रहे राफेल लड़ाकू विमान की क्षमता को भारतीय वायुसेना और अधिक बढ़ाने जा रही है। वायुसेना इस लड़ाकू विमान को फ्रांस की हैमर मिसाइल से लैस करने जा रही है। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सशस्त्र बलों को दी गईं खरीदारी की आपातकालीन शक्तियों के तहत, लगभग 60-70 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर मार करने की क्षमता वाली हैमर मिसाइल का आर्डर दिया जा रहा है।
फ्रांसीसी अधिकारियों ने राफेल विमान के लिए इस मिसाइल की आपूर्ति करने पर सहमति जताई है। वायुसेना द्वारा इन मिसाइलों की तत्काल आवश्यकता के मद्देनजर, फ्रांसीसी अधिकारी कु छ अन्य ग्राहकों के लिए मौजूदा स्टॉक से ये मिसाइलें भारत को देंगे। हैमर मिसाइल एक मध्यम रेंज की एयर टू ग्राऊंड मिसाइल है जिसे फ्रांसीसी वायुसेना और नौसेना के लिए डिजाइन व निर्मित किया गया था। हैमर मिसाइल भारत को पूर्वी लद्दाख जैसे पहाड़ी स्थानों सहित किसी भी प्रकार के इलाके में किसी भी बंकर को ढूंढकर उसे नष्ट करने की क्षमता देगी।