दुनिया की सबसे ऊंची पटेल की मूर्ति तैयार, जानिए कितने लोगों की लगी मेहनत

Sunday, Oct 28, 2018 - 01:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 31 अक्टूबर को भारत गौरवपूर्वक वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिन 182 मीटर ऊंची ‘ स्टेच्यू ऑफ यूनिटी ’को राष्ट्र को समर्पित कर देंगे। यह भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की एक भव्य प्रतिमा है जिसे दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। जानिए इस मूर्ति की खासियत:-


3000 करोड़ रुपये हुए खर्च

  • पीएम मोदी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के बतौर वर्ष 2009 में इस विराटतम प्रतिमा का संकल्प लिया था। 
  • इस मूर्ति को अहमदाबाद से 200 किमी दूर जनजाति जिले नर्मदा के सरदार सरोवर डैम के निकट बनाया गया है।
  • इसे बनाने में लगा करीब 44 महीनों का वक्त।
  • मूर्ति को बनाने में 800 स्थानीय और 200 चीन से आए कारीगरों ने किया काम।
  • इसके निर्माण में करीब 3000 करोड़ रुपये हुए खर्च।


25,000 टन लोहे का हुआ उपयोग 

  • अत्याधुनिक तकनीक से बनी इस प्रतिमा पर भूकंप और बिजली का नहीं पड़ेगा असर।
  • 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाला तूफ़ान भी नहीं पहुंचा पाएगा नुकसान।  
  • इसके निर्माण में 25,000 टन लोहे और 90,000 टन सीमेंट का किया गया इस्तेमाल ।
  • 5700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मीट्रिक टन रिइनफोर्समेंट बार्स का भी हुआ इस्तेमाल।
  • मूर्ति में 4 धातुओं और 85 फीसदी तांबे का हुआ उपयोग।


1.23 करोड़ के खर्च से होगी लाइटिंग

  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के ऊपर जाने के लिए लिफ्ट लगेगी, जिसके जरिये दिखेगा सरदार सरोवर का टॉप व्यू।
  • यहां पहुंचने के लिए पैदल रास्ता, फोर लेन हाईवे की भी है सुविधा।
  • 1.23 करोड़ के खर्च से डैम और स्टेचू ऑफ यूनिटी में होगी लाइटिंग। 
  • सरदार सरोवर डैम और आसपास के पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के लिए तैयार किए गए 60 गाइड्स।


 

vasudha

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