अयोध्या फैसले में सबसे ज्यादा दोहराए गए ये शब्द, 1062 बार लिया ‘राम’ का नाम
Sunday, Nov 10, 2019 - 09:15 AM (IST)
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने में 5 जजों की संवैधानिक पीठ ने सर्वसम्मति से शनिवार को सुप्रीम फैसला सुनाते हुए अयोध्या में विवादित स्थल को रामलला को सौंप दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। कोर्ट ने केंद्र को निर्देश दिया कि अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि आबंटित की जाए। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन रामलला विराजमान को दी जाए, केंद्र सरकार मंदिर निर्माण के लिए 3 महीने में ट्रस्ट बनाए व निर्मोही अखाड़े को शामिल किया जाए। संविधान पीठ द्वारा 1,045 पन्नों में लिखे फैसले के प्रमुख बिंदुओं को प्रधान न्यायाधीश ने 45 मिनट में पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा कि ढहाया गया ढांचा ही भगवान राम का जन्मस्थान है और हिंदुओं की आस्था निर्विवादित है। वहीं इस दौरान कोर्ट कई शब्दों को काफी बार दोहराया।
- 1,433 बार ‘मस्जिद’
- 1,062 बार ‘राम’
- 908 बार ‘संपत्ति’
अयोध्या फैसले के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सबसे ज्यादा ‘मस्जिद’ शब्द को दोहराया। फैसले के दौरान शीर्ष कोर्ट ने
- 223 बार ‘पूजा’ शब्द
- 386 ‘दिसम्बर’
- 230 ‘महंत’,
- 418 ‘मुद्दई’
- 481 ‘मुद्दइयों’
- ‘हिंदू’ 506
- ‘एक’ 382,
- ‘मंदिर’ 696,
- ‘सबूत’ 528,
- ‘कानून’ 574,
- ‘ढांचा’ 612,
- ‘विवादित’ 764,
- ‘धार्मिक’ 375,
- ‘भगवान’ 490,
- ‘निर्मोही’ 493,
- ‘अखाड़ा’ 501,
- ‘कानूनी’ 515
- ‘हिंदुओं’ शब्द 516 बार इस्तेमाल किया।
विवादित स्थल के नीचे मिली संरचना इस्लामिक नहीं संविधान पीठ ने कहा कि अयोध्या में विवादित स्थल के नीचे मिली संरचना इस्लामिक नहीं थी लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने यह साबित नहीं किया कि क्या मस्जिद निर्माण के लिए मंदिर गिराया गया था। पीठ ने कहा कि पुरातत्व सर्वेक्षण के साक्ष्यों को महज राय बताना इस संस्था के साथ अन्याय होगा। पीठ ने कहा कि विवादित ढांचे में ही भगवान राम का जन्म होने के बारे में हिन्दुओं की आस्था अविवादित है। न्यायालय ने कहा कि सिर्फ आस्था और विश्वास के आधार पर मालिकाना हक स्थापित नहीं किया जा सकता और ये विवाद का निपटारा करने में सूचक हो सकते हैं।
फैसले के प्रमुख बिंदू
- शिया वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज
- बाहरी बरामदे पर हिंदू पक्ष ने साबित किया कब्जा
- विवादित भूमि राजस्व रिकार्ड में सरकारी जमीन
- बाबरी मस्जिद खाली जमीन पर नहीं बनी
- 1992 में बाबरी मस्जिद का ढहाया जाना कानून का उल्लंघन
- आस्था के आधार पर मालिकाना हक नहीं।
- मस्जिद का निर्माण सुन्नी वक्फ बोर्ड करेगा
- हिंदू आस्था के अनुसार विवादित भूमि पर श्रीराम का जन्म निर्विवाद
- राम चबूतरा, सीता की रसोई तथा भंडार गृह इसके साक्ष्य।
- विवादास्पद भूमि अयोध्या के कोट रामचंद्र गांव का हिस्सा
- साक्ष्यों के अनुसार मस्जिद में मुसलमान जुमे की नमाज अदा करते रहे हैं।