लॉकडाउन में फंसा बेटा, 1400 किमी स्कूटी चलाकर अपने बच्चे के पास पहुंच गई मां

Friday, Apr 10, 2020 - 10:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर एक मां चाहे तो वह अपने बच्चे की तकदीर बदल सकती है। वह अपने बच्चे के लिए भगवान से भी लड़ जाती है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला तेलंगाना में जहां एक मां अपने बेटे को घर लाने के लिए अकेले ही स्कूटी पर निकल पड़ी। वह 1400 किमी का कठिन सफर तय कर दूसरे राज्य से अपने बेटे को घर वापस ले आई। 

निजामाबाद के बोधान में एक स्कूल में पढ़ाने वाली रजिया बेगम का बेटा लॉकडाउन के कारण आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में फंस गया था। वह घर लौटना चाहता था लेकिन कोई जरिया नहीं था। रजिया बेगम ने तय किया कि वह बेटे को घर लेकर आएंगी। पुलिस से अनुमति पत्र लेकर रजिया ने कार की जगह अपनी स्कूटी से ही नेल्लोर जाने का फैसला किया। 6 अप्रैल की सुबह वह घर से निकलीं और लगातार स्कूटी चलाते हुए वह अगले दिन दोपहर में नेल्लोर पहुंच गई। इस दौरान रजिया ने स्कूटी से तकरीबन 1400 किमी की दूरी तय की।

 

48 साल की महिला रजिया ने बताया कि मेरा छोटा परिवार है। दो बेटे हैं। पति की 15 साल पहले मौत हो गई थी। बड़ा बेटा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है और छोटा बेटा निजामुद्दीन अभी पढ़ाई कर रह है। उन्होंने बताया कि एक महिला के लिए टू-व्हीलर पर ये सफर आसान नहीं था, लेकिन बेटे को वापस लाने की इच्छाशक्ति के आगे डर भी गायब हो गया। रजिया ने बताया कि उसने सफर के लिए रोटी पैक कीं और निकल पड़ी। रात में कोई ट्रैफिक नहीं, सड़कें खाली थीं। इससे डर जरूर लगा लेकिन हिम्मत नहीं हारी। दिमाग में केवल एक ही ख्याल था कि उसे अपने बेटे को वापस लाना है। रजिया ने लॉकडाउन में बाहर निकलने के लिए पुलिस से अनुमति ली थी। नेल्लोर पहुंचने तक उन्हें रास्ते में कई जगहों पर रुकना पड़ा। इस दौरान उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को कन्विंस करते हुए नेल्लोर तक की यात्रा तय की। 

vasudha

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