पंजाब में महिलाएं सबसे ज्यादा बेरोजगार

Monday, Jul 30, 2018 - 09:11 PM (IST)

नई दिल्ली: पंजाब में महिलाएं सबसे ज्यादा बेरोजगार हैं यह कहना है कि श्रम और रोजगार मंत्रालय का। वर्ष 2012-13, 2013-14 और 2015-16 में श्रम ब्यूरो द्वारा किए गए वार्षिक रोजगार-बेरोजगारी के अंतिम तीन दौर के सर्वेक्षण के अऩुसार, 15 वर्ष और उससे ऊपर के आयु की महिलाओं के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात 25.0%, 29.6% और 25.8% रहा। पंजाब में 2015-16 में महिलाओं के रोजगार का आंकड़ा केवल 9.4 प्रतिशत रहा जोकि 2012-13 के मुकाबले कम है।

आंकड़ों को ध्यान में रखकर उठाए गए कदम:
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने महिला श्रमिक भागीदारी दर बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाकर इस विषय को लक्षित किया है। लाभ (संशोधन) अधिनियम, 2017 शामिल है। इसमें भुगतान मातृत्व अवकाश 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करने का प्रावधान है और 50 और उससे अधिक कर्मचारियों के प्रतिष्ठानों में अनिवार्य क्रेच सुविधा का प्रावधान है।

पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ रात्रि पाली में महिला कर्मियों को काम की अनुमति देने के लिए फैक्ट्री अधिनियम, 1948 के अंतर्गत राज्यों को परामर्श देने का विषय है। समान पारिश्रमिक अधिनियम, 1976 में समान कार्य के लिए और समान स्वभाव के कार्य के लिए भेदभाव किए बिना पुरुष और महिला श्रमिक दोनों के लिए समान पारिश्रमिक के भुगतान का प्रावधान है।

न्यूनतम वेतन अधिनियम, 1948 के प्रावधानों के अंतर्गत सरकार द्वारा तय किए गए वेतन पुरूष और महिला कर्मियों के लिए समान रूप से लागू हैं और इसमें किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जा सकता।

shukdev

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