भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिर, जहां एक बार हर श्रद्धालु को अवश्य जाना चाहिए
punjabkesari.in Tuesday, Oct 29, 2024 - 06:31 PM (IST)
नेशनल डेस्क : भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर में मंदिरों का एक विशेष स्थान है। ये मंदिर केवल धार्मिक स्थल नहीं हैं, बल्कि इतिहास, कला, और संस्कृति के अद्वितीय उदाहरण भी हैं। यहां हम भारत के पांच प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1. काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी, उत्तर प्रदेश)
काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी के गंगा नदी के किनारे स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है।
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इतिहास: माना जाता है कि यह मंदिर प्राचीन काल से ही अस्तित्व में है। इसे कई बार नष्ट किया गया और फिर से बनाया गया। मौजूदा संरचना 1780 में अहिल्याबाई होल्कर द्वारा बनाई गई थी।
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विशेषता: मंदिर का प्रमुख आकर्षण इसका स्वर्ण शिखर है, जिसे महाराजा रणजीत सिंह ने दान किया था। यहाँ भक्त गंगा स्नान करने के बाद विश्वनाथ के दर्शन करते हैं।
2. वेंकटेश्वर मंदिर (तिरुमला, आंध्र प्रदेश)
तिरुपति बालाजी के नाम से प्रसिद्ध, यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार वेंकटेश्वर को समर्पित है। यह तिरुमला पहाड़ियों पर स्थित है।
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इतिहास: इस मंदिर की स्थापना वैदिक काल में मानी जाती है और यह कई प्राचीन शासकों द्वारा संरक्षित रहा है। मौजूदा मंदिर 12वीं सदी में बनाया गया था।
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विशेषता: तिरुमला मंदिर अपनी भव्यता और यहाँ होने वाली विशेष पूजा अर्चना के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, जिससे इसे दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में से एक माना जाता है।
3. सोमनाथ मंदिर (प्रभास पाटन, गुजरात)
सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है।
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इतिहास: सोमनाथ मंदिर का उल्लेख प्राचीन हिंदू शास्त्रों में मिलता है। इसे कई बार विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किया गया और फिर से बनाया गया। मौजूदा संरचना 1951 में सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रयासों से बनाई गई थी।
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विशेषता: यह मंदिर अरब सागर के किनारे स्थित है और इसकी वास्तुकला अद्वितीय है। यहाँ की पूजा और आरती का विशेष महत्व है।
4. स्वर्ण मंदिर (अमृतसर, पंजाब)
स्वर्ण मंदिर या हरमंदिर साहिब सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल है। यह अमृतसर में स्थित है और इसके चारों ओर का तालाब अमृत सरोवर कहलाता है।
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इतिहास: इस मंदिर की स्थापना 1581 में गुरु रामदास जी द्वारा की गई थी और इसे 1604 में गुरु अर्जन देव जी द्वारा पूरा किया गया था।
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विशेषता: मंदिर का प्रमुख आकर्षण इसका स्वर्ण मंडित गुंबद है, जिसे महाराजा रणजीत सिंह ने दान किया था। यहाँ प्रतिदिन लंगर (मुफ्त भोजन) की व्यवस्था होती है, जहाँ लाखों लोग भोजन ग्रहण करते हैं।
5. जगन्नाथ मंदिर (पुरी, ओडिशा)
पुरी में स्थित यह मंदिर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को समर्पित है। इसकी वार्षिक रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है।
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इतिहास: इस मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में गंग वंश के राजा अनंतवर्मन चोडगंगदेव ने किया था।
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विशेषता: जगन्नाथ मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता इसकी रथ यात्रा है, जो हर साल आषाढ़ महीने में आयोजित की जाती है। इसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं और भगवान जगन्नाथ के दर्शन करते हैं।
ये मंदिर केवल धार्मिक आस्था के केंद्र नहीं हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति, कला और इतिहास के जीवंत प्रतीक भी हैं। इनका दर्शन करने से न केवल आध्यात्मिक शांति मिलती है, बल्कि भारतीय धरोहर की गहराई को भी समझने का अवसर मिलता है।