सज-धजकर बारात लेकर चंडीगढ़ से UP पहुंचा दूल्हा, न मिला शादी का मंडप और न मिली दुल्हन
punjabkesari.in Sunday, Jul 21, 2024 - 03:05 PM (IST)
नेशनल डेस्क. बैंड-बाजे और बारात के साथ चंडीगढ़ से यू.पी. पहुंचे एक दूल्हे को बिना दुल्हनिया लिए वापस लौटना पड़ा। हैरान करने वाली बात यह है कि दुल्हन और उसके परिवार द्वारा यू.पी. के रहीमाबाद में बताए गए शादी समारोह स्थल के पते पर सज-धज के पहुंची बारात और दूल्हे को न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन।
दुल्हन पक्ष द्वारा बताए गए पते पर उन्होंने उस विवाह स्थल की काफी तलाश की, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। दूल्हे ने रात भर फोन के माध्यम से दुल्हन और उसके पिता से कई बार कॉल कर संपर्क करने का प्रयास किया। दिए पते पर पहुंची बारात और दूल्हे को स्थानीय लोगों ने सूचित किया कि जो नाम और पता उनके द्वारा बताया जा रहा है, ऐसा न तो कोई व्यक्ति और न ही कोई पता मौजूद है। जिसके बाद दूल्हे ने लखनऊ जिले के मलिहाबाद तहसील के रहीमाबाद पुलिस थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शिकायतकर्त्ता दूल्हा सोनू, जो चंडीगढ़ में काम करता है और मूलरूप से यू.पी. के ही उन्नाव जिले के ओरियास देवपुर का रहने वाला है, ने बताया कि 11 जुलाई की रात शादी के लिए बारात लेकर रहीमाबाद के हासिमपुर पहुंचा था। लड़की और उसके परिवार द्वारा बताए गए गांव पहुंचे तो उन्होंने विवाह स्थल की खोज शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने दुल्हन के परिवार से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो सका।
दूल्हे ने बताया कि हम पूरी रात उन्हें ढूंढते रहे, लेकिन वे नहीं मिले। स्थानीय लोगों से पूछा तो उन्होंने बताया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति यहां नहीं है। परेशान होने के बाद थाने में शिकायत दर्ज करवाने के बाद वापस घर लौटना पड़ा। दूल्हे और उसके परिवार की ओर से लगाए गए आरोपों में दूल्हा सोनू 4 साल से लड़की के संपर्क में था और जरूरत पड़ने पर वह शादी की तैयारियों से लेकर अन्य आवश्यकता के नाम पर उसे 5 लाख रुपए दे चुका है।
चंडीगढ़ से शुरू हुई थी प्रेम कहानी
सोनू ने बताया कि वह चंडीगढ़ में नौकरी करता है। करीब 4 साल पहले चंडीगढ़ में ही वह काजल नामक लड़की के संपर्क में आया। जिसके बाद दोनों की मुलाकात होने लगी। सोनू के मुताबिक लड़की ने उसे बताया कि वह रहीमाबाद की रहने वाली है। लगातार मुलाकात के चले दौर में दोनों ने शादी करने का फैसला किया। दूल्हे के मुताबिक उसने लड़की के कहने पर उसके पिता शीश लाल से बात की, जिन्होंने शादी के लिए मंजूरी दे दी और 11 जुलाई को शादी की तारीख तय कर दी।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसकी 10 जुलाई को आखिरी बार लड़की से बात हुई थी। मोबाइल पर हुई इस आखिरी बातचीत में लड़की ने उसे बताया कि शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और उसके रिश्तेदार आ चुके हैं। इसलिए वह फोन पर ज्यादा बात नहीं कर पाएगी। इसके बाद जब वह बताए गए विवाह स्थल पर बारात लेकर पहुंचे तो उन्हें न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन और उसका परिवार। असिस्टैंट पुलिस कमिश्नर मलिहाबाद यू.पी. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि शादी के लिए बुलाई गई बारात का यह मामला ठगी का है। अभी तक एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की है, क्योंकि शिकायतकर्ता ने शिकायत पत्र पर फोन नंबर मे केवल 9 अंक दिए हैं। परिवार का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
दूल्हे ने बताया कि हम पूरी रात उन्हें ढूंढते रहे, लेकिन वे नहीं मिले। स्थानीय लोगों से पूछा तो उन्होंने बताया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति यहां नहीं है। परेशान होने के बाद थाने में शिकायत दर्ज करवाने के बाद वापस घर लौटना पड़ा। दूल्हे और उसके परिवार की ओर से लगाए गए आरोपों में दूल्हा सोनू 4 साल से लड़की के संपर्क में था और जरूरत पड़ने पर वह शादी की तैयारियों से लेकर अन्य आवश्यकता के नाम पर उसे 5 लाख रुपए दे चुका है।