राज्यसभा में बोलीं वित्त मंत्री सीतारमण, 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना पूरी तरह संभव

Friday, Jul 12, 2019 - 06:16 PM (IST)

नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था को वर्ष 2024-25 तक 50 खरब डॉलर का बनाने के रोडमैप का उल्लेख करते हुये शुक्रवार को कहा कि इसे गणित के गुणा भाग से नहीं बल्कि महंगाई, मुद्रा विनिमय दर और राजस्व घाटे को नियंत्रण में रखकर तथा दूसरे उपायों से हासिल किया जायेगा।

सीतारमण ने कांग्रेस पर कसा तंज
सीतारमण ने आम बजट पर राज्यसभा में करीब 12 घंटे चली चर्चा का जबाव देते हुये कहा कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था को लेकर कुछ टिप्पणियां की हैं और कहा है कि यह साहूकारी और अंकगणितीय गुना भाग से अधिक कुछ नहीं है। कुछ वर्षों में अर्थव्यवस्था स्वत: बढती रहती है। वित्त मंत्री ने कहा कि यदि यह सिर्फ गणितीय गुणा भाग होता तो कांग्रेस के 60 वर्षों के शासनकाल में भी संभव हो गया होता।

लक्ष्य हासिल किए बगैर संभव नहीं
उन्होंने कहा कि 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का जो रोडमैप पेश किया गया है उसमें अगले कुछ वर्षों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम के लिए लक्ष्य तय किये गये हैं जिन्हें हासिल किये बगैर यह संभव नहीं होगा। सभी सामाजिक कल्याण कार्यों के आवंटन में बढोतरी के साथ ही वित्तीय अनुशासन का पालन कर राजस्व घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तुलना में 3.3 प्रतिशत तक रखते हुये अर्थव्यवस्था को गति देने के उपाय किये गये हैं।
 
पूर्व वित्त मंत्री को लेकर क्या बोलीं सीतारमण
वित्त मंत्री ने चिदंबरम द्वारा आयकर और जीएसटी संग्रह के लक्ष्य को लेकर दिये गये आंकड़ों की तुलनात्मक व्याख्या करते हुये कहा कि पूर्व वित्त मंत्री ने सिर्फॉ व्यक्तिगत आयकर का उल्लेख किया है जबकि इसमें प्रतिभूति लेनदेन कर(एसटीटी) और कार्पोरेट कर भी शामिल होता है। इसके मद्देनजर बजट में जो लक्ष्य रखे गये हैं वे हासिल करने योग्य है।

इसी तरह से जीएसटी का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि चिदंबरम ने जीएसटी राजस्व में 45 प्रतिशत की बढोतरी के लक्ष्य का आंकड़ा कहां से लिया है,जबकि बजट में इसमें सिर्फ 14.1 प्रतिशत की बढोतरी का लक्ष्य रखा गया है जिसे हासिल किया जा सकता है।

 

Yaspal

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