मैथ्स के एग्जाम का इतना डर कि छात्र ने बचने के लिए रची ऐसी कहानी, दो राज्यों की पुलिस भी रह गई हैरान

Tuesday, Mar 12, 2024 - 12:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: परीक्षा एक ऐसा शब्द है जिसका नाम सुनते ही हर व्यक्ति के चेहरे पर चिंता साफ साफ दिखने लगती है। यह परीक्षा चाहे किसी स्कूल, कॉलेज की हो या नौकरी के लिए हो, हर हाल में परीक्षा तो परीक्षा ही होती है। यहां तक की परीक्षा का सबसे ज्यादा डर बच्चों में ही देखने को मिलता है। कभी-कभी यह डर इतना बढ़ जाता है कि बच्चे डिप्रेशन तक में चले जाते हैं। इसके अलावा इसका सामना करने से बचने के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं।

हाल ही में एक ऐसा मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर से सामने आया है, जहां 10वीं के छात्र ने गणित की परीक्षा से बचने के लिए ऐसी कहानी रच दी कि दो राज्यों की पुलिस भी चौंक हो गई। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की पुलिस इस 15 साल के छात्र की वजह से काफी हैरान-परेशान रही। 



रची झूठी कहानी सुनाई 
यह घटना सोमवार को सामने आई है, जब ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर RPF के जवानों को 15 साल के एक बच्चे ने यह बताया कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है और वह बड़ी मुश्किल से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर आया है। बच्चे की ऐसी बात सुनते ही RPF जवानों के कान खड़े हो गए। इस के बाद इसकी सूचना तुरंत पड़ाव थाना पुलिस को दी गई। 

पुलिस ने शुरू की कार सवार बदमाशों को खोज
पड़ाव थाना की पुलिस भी तब तक रेलवे स्टेशन पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने जब 15 साल के बच्चे से इस पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली, तो उसने बताया कि उसे कार सवार कुछ बदमाश अपहरण करके लेकर आए हैं।  पुलिस उस वक्त और परेशान हो गई, जब बच्चे ने बताया कि कार में तीन-चार बच्चे और भी थे, जिन्हें बदमाश अपहरण करके लाए हैं।



पुलिस के हाथ नहीं लगा सुराग
पुलिस ने जब बच्चे को पूछा कि वह बदमाशों के चंगुल से कैसे बच गया, तो बच्चे ने बताया कि बदमाश कार रोककर रेलवे स्टेशन के पास चाय पीने लगे थे और यही मौका देखकर वह कार से निकल भागा। पुलिस ने बच्चे द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचकर तफ्तीश की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन पुलिस के हाथ कोई भी ऐसा सुराग नहीं लगा जो इस घटना की पुष्टि कर पाता।  

बच्चे की कहानी लगी गोलमाल
इसके बाद पुलिस समझ गई कि बच्चे की कहानी में कुछ तो गोलमाल जरूर है। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को अराम से तसल्ली से पूछा कि आखिर असली कहानी है क्या ? तो बच्चे ने पुलिस को सारी हकीकत बयां कर दी। 15 साल के बच्चे ने बताया कि वह 10वीं कक्षा का छात्र है और आज उसका गणित का पेपर है, उसे गणित विषय से बहुत डर लगता है और इस वजह से वह पेपर नहीं देना चाहता था और यही वजह रही कि वह पेपर देने की बजाय ट्रेन में बैठकर ग्वालियर आ पहुंचा।



इटावा से आ गया ग्वालियर 
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के उदी इलाके के रहने वाले 10वीं के छात्र ने बताया कि वह परिजनों की डांट नहीं खाना चाहता था, इसलिए उसने यह अपहरण की पूरी झूठी कहानी बना ती। पड़ाव थाना पुलिस ने तुरंत इसकी सूचना इटावा पुलिस को दी और इटावा पुलिस को सूचना मिलते ही छात्र के परिजन और इटावा पुलिस ग्वालियर पहुंच गए। यहां इटावा पुलिस के सामने पड़ाव थाना पुलिस ने छात्र को उसके परिजनों के हवाले कर दिया।

Mahima

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