दहशत में लोग, आज फिर डोली धरती; भूकंप के झटकों से कांपा यह राज्य

punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 12:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क : हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में शुक्रवार सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 मापी गई। झटके सुबह करीब 6 बजकर 23 मिनट पर महसूस हुए, जो कुछ सेकंड तक रहे। हालांकि अब तक किसी जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन झटकों के कारण लोगों में दहशत फैल गई और कई लोग घरों से बाहर निकल आए।

भूकंप का केंद्र और गहराई

शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र चंबा जिले में 32.36 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 76.18 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था। इसकी गहराई जमीन से करीब 5 किलोमीटर नीचे थी। भूकंप का असर चंबा के अलावा आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया।

भूकंप के समय क्या करना चाहिए?

विशेषज्ञों के मुताबिक, भूकंप के दौरान सबसे सुरक्षित तरीका है कि खुले मैदान में चले जाएं। यदि आप किसी इमारत में हैं, तो मजबूत फर्नीचर के नीचे छिपें और दीवारों, खिड़कियों या भारी वस्तुओं से दूर रहें। पैनिक करने के बजाय शांत रहकर सुरक्षा उपाय अपनाना जरूरी होता है।

हिमाचल में लगातार प्राकृतिक आपदाओं का कहर

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश पहले से ही प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है। 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक सामान्य से 30% अधिक बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान भारी बारिश, बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।

  • अब तक 31 बाढ़ की घटनाएं
  • 22 बार बादल फटना
  • और 17 भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं

इन आपदाओं के कारण कई लोगों की जान गई है और बड़ी मात्रा में संपत्ति, कृषि भूमि और जंगलों को नुकसान पहुंचा है।

राज्य को कितना नुकसान हुआ?

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इन घटनाओं से हिमाचल प्रदेश को करीब 740 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अब तक 85 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 54 की जान बारिश से जुड़ी घटनाओं में गई और 31 की मौत सड़क हादसों में हुई। इसके अलावा 129 लोग घायल हुए हैं और 34 लोग लापता हैं।

दिल्ली-NCR में भी आया था भूकंप

इससे पहले गुरुवार सुबह दिल्ली-NCR में भी दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में था। पहली बार भूकंप की तीव्रता 4.4 और दूसरी बार 3.0 रही। इसका केंद्र झज्जर शहर से करीब 10 किलोमीटर उत्तर में और जमीन से 10 किलोमीटर गहराई में था।

भूकंप क्यों आता है?

वैज्ञानिकों के अनुसार, धरती की बाहरी सतह कई टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी होती है जो लगातार हिलती-डुलती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं या एक-दूसरे के नीचे धंस जाती हैं, तो दबाव बनने लगता है। जब यह दबाव बहुत ज्यादा हो जाता है, तो प्लेटें टूट जाती हैं और इससे ऊर्जा बाहर निकलती है, जो भूकंप का कारण बनती है।


 


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Content Editor

Mehak

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