मंत्रोच्चारण और पूजा पाठ के बाद बंद हुए बाबा केदारनाथ के कपाट, जमकर हुई बर्फबारी

Monday, Nov 16, 2020 - 10:09 AM (IST)

नेशनल डेस्क: ठंड और बर्फबारी के बीच सोमवार को भैया दूज के पावन पर्व पर उत्तराखंड में उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के उनके समकक्ष त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उपस्थित रहे। केदारनाथ में रविवार रात से ही मौसम बदल गया था और बूंदाबांदी के साथ ही बर्फ गिरनी शुरू हो गई थी। 8 बजकर 30 मिनट पर कपाट बंद होने से पहले सोमवार तड़के मंदिर में परंपरागत तरीके से पूजा की गई। इस पूजा में केदारनाथ मंदिर के पुजारी, परंपरागत तीर्थ पुरोहित, स्थानीय प्रशासन और चारधाम देवस्थान बोर्ड के पदाधिकारियों के साथ ही योगी और रावत भी शामिल हुए।

बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट गुरुवार 19 नवंबर को शाम 3 बजकर 35 मिनट पर बंद होंगे। वहीं उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट- गोवर्द्धन पूजा के पावन पर्व पर रविवार को शीतकाल के दौरान श्रद्धालुओं के लिए बंद हो गए। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि विधिवत पूजा अर्चना के बाद दोपहर बाद 12 बजकर 15 मिनट पर मां गंगा को समर्पित गंगोत्री धाम के कपाट बंद हुए।

कपाट बंद होने के अवसर पर गंगोत्री के भाजपा विधायक गोपाल सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और तीर्थ पुरोहित मौजूद थे। इससे पहले, सुबह उदय बेला में मां गंगा के मुकुट को उतारा गया और इस बीच श्रद्धालुओं ने मां गंगा की भोग मूर्ति के दर्शन किए जिसके बाद अमृत बेला के अभिजीत मुहूर्त पर कपाट बंद किए गए।

Seema Sharma

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