हाथरस पहुंचा तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल, धक्का-मुक्की में गिरे डेरेक ओ ब्रायन

Friday, Oct 02, 2020 - 05:08 PM (IST)

नई दिल्लीः हाथरस की बेटी गुड़िया के साथ अमानवीयता के बाद मौत के प्रकरण से देश में उबाल है। हाथरस जिला प्रशासन ने गांव को छावनी में बदल दिया है। इसी दौरान शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के साथ गांव में जाने का प्रयास किया। उनको रोकने के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। जिसमें वह जमीन पर गिर गए। हाथरस में मीडिया कर्मी भी धरने पर बैठे हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने तृणमूल के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस में प्रवेश करने से रोक दिया। प्रतिनिधिमंडल दिल्ली से करीब 200 किलोमीटर की यात्रा कर वहां पहुंचा था। तृणमूल के सांसद शोक संतप्त परिवार के प्रति एकजुटता और सहानुभूति व्यक्त करने के लिए हाथरस के गांव जा रहे थे।''

इस प्रतिनिधिमंडल में डेरेक ओ ब्रायन, डॉ. काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मंडल और ममता ठाकुर (पूर्व सांसद) शामिल थे। जिन सांसदों को रोका गया, उनमें से एक सांसद ने कहा, ‘‘हम परिवार से मिलने और सहानुभूति व्यक्त करने के लिए शांति से हाथरस जा रहे थे। हम अलग-अलग जा रहे थे और सभी नियमों का पालन कर रहे थे। हमारे पास हथियार नहीं थे। हमें रोका क्यों गया? यह किस प्रकार का जंगलराज है, जिसमें निर्वाचित सांसदों को शोकाकुल परिवार से मिलने से रोका गया।''

गौरतलब है कि राहुल, प्रियंका और उनकी पार्टी के करीब 150 कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा के कथित उल्लंघन के लिए बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा में उस समय कुछ देर के लिए हिरासत में लिया गया था, जब वे सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस जा रहे थे।

गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले उसे अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल लाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी।

 

Yaspal

Advertising