दिल्ली-NCR में बच्चों पर बढ़ रहा कोरोना की नई लहर का खतरा, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Tuesday, Apr 19, 2022 - 02:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने फिर चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली-NCR के कई स्कूलों में अब तक कई बच्चे संक्रमित मिल चुके हैं। तीसरी लहर के थमने के बाद स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला लिया था लेकिन बच्चों के संक्रमित होने के बाद फिर से इनके बंद होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि स्कूलों को बंद करना कोई हल नहीं है।

बच्चों में संक्रमण पर जानें क्या है एक्सपर्ट का सुझाव?
एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि फिलहाल अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि तीसरी लहर का डेटा बताता है कि अगर बच्चे कोविड संक्रमित हो जाते हैं, तो उनमें हल्के लक्षण होते हैं और वह बड़ी जल्दी से रिकवर कर लेते हैं। जो बच्चे वैक्सीन लगवाने के पात्र हैं, वो जरूर लगवाएं। एम्स के डायरेक्टर का कहना है कि जिन्हें अभी वैक्सीन नहीं लगी है, उन्हें भी घबराने की बात नहीं है क्योंकि गंभीर बीमारी नहीं हो रही है। 

महामारी विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहारिया ने कहा कि स्कूल अब खुल चुके हैं और ऐसे में बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों पर ध्यान देना जरूरी है। लेकिन स्कूल खुलने से पहले सीरो सर्वे में सामने आया था कि करीब 70 से 90 फीसदी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। लहारिया के मुताबिक एडल्ट की तरह ही बच्चों के भी कोरोना की चपेट में आने का खतरा है, लेकिन बच्चों में या तो बहुत हल्के लक्षण होते हैं या फिर कोई लक्षण नहीं होता। 

ICMR के एडीजी समीरन पांडा ने बताया कि 1 से 17 साल की आयुवर्ग के बच्चे भी वयस्कों की तरह कोरोना संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन बच्चों में गंभीर बीमारी और मौत का खतरा बहुत कम होता है। उन्होंने स्कूलों में मास्क का इस्तेमाल और कोविड प्रोटोकॉल का सही ढंग से पालने करने का आग्रह किया है। 

33 बच्चे कोरोना से संक्रमित
बतातें चलें कि, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई स्कूलों में बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली से सटे नोएडा में ही 33 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, दिल्ली में कोविड-19 के बीते 24 घंटे में 1,247 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज ने दम तोड़ा है। अकेले दिल्ली में सबसे ज्यादा 501 मामले सामने आए हैं। दिल्ली में लगातार कोरोना से हालात बिगड़ रहे हैं। सोमवार को संक्रमण दर 7 फीसदी के पार पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही कह चुका है कि, 5 फीसदी से ऊपर की संक्रमण दर 'चिंताजनक' होती है। 

rajesh kumar

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