उत्तराखंड में टिकट वितरण भाजपा के लिए बड़ी चुनौती

punjabkesari.in Friday, Jan 13, 2017 - 06:28 PM (IST)

देहरादून : पिछले साल कांग्रेस से बगावत करने वाले 10 पूर्व विधायकों के भाजपा में शामिल होने के चलते चुनाव लडने के दावेदारों में हुई बढोत्तरी के कारण उत्तराखंड में आगामी 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती टिकटों का वितरण है।

कांग्रेस के 10 प्रभावशाली नेताआें के चुनाव से पहले भाजपा के पाले में आने को एक समय पर पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा था लेकिन अब वही उसके लिए चिंता का एक बड़ा कारण बन गई है।

भाजपा में शामिल हुए सभी पूर्व कांग्रेसी नेताआें का अपने-अपने क्षेत्रों में खासा दबदबा है लेकिन उन्हें पार्टी में आने के एवज में टिकट का ईनाम देने के साथ ही नेतृत्व के सामने अपनी पार्टी के वफादार कार्यकर्ताआें के नाराज  होने के जोखिम से निपटना भी एक चुनौती है।

नाम न छापे जाने की शर्त पर पार्टी सूत्रों ने कहा कि टिकट पाने की चाह रखने वाले नेताआें को टिकट न मिलने से उनके आधिकारिक प्रत्याशी के खिलाफ बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लडऩे या पार्टी में ही रहकर चुपचाप पार्टी के खिलाफ काम करने की आशंका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

रुड़की, केदारनाथ, लैंसडौन तथा नरेंद्रनगर सहित करीब आधा दर्जन सीटें एेसी हैं जहां भाजपा के लिए उम्मीदवारों का चयन करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। रुड़की से बागी कांग्रेस विधायक प्रदीप बत्रा अपने लिए टिकट मांग रहे हैं लेकिन 2012 विधानसभा चुनावों में बत्रा से केवल 800 मतों से हारे भाजपा के सुरेश चंद जैन भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं और उनकी नाराजगी भाजपा को मंहगी पड़ सकती है।  


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