केवल आठ सीटों पर चुनाव लड़ रहे क्षत्रप भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं : मोदी

Sunday, May 12, 2019 - 09:40 PM (IST)

इंदौर: अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश में प्रधानमंत्री बनने की लालसा रखने वाले नेताओं की लंबी कतार है और केवल आठ सीटों पर चुनाव लड़ रहे क्षत्रप भी इस शीर्ष पद पर पहुंचना चाहते हैं। मोदी ने दशहरा मैदान में भाजपा की "विजय संकल्प" रैली में कहा, "लोकसभा के इस चुनाव में प्रधानमंत्री बनने के लिए नेताओं की लंबी लाइन लगी है। कर्नाटक में केवल आठ सीट पर चुनाव लड़ने वाले नेता सोचते हैं कि इस बार (प्रधानमंत्री बनने के लिए) उनका नम्बर लग जाएगा। 20 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले भी सोचते हैं कि वे प्रधानमंत्री बन जाएंगे।"

उन्होंने कटाक्ष जारी रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने की लालसा रखने वाले कुछ नेताओं ने तो नए कपड़े भी सिलवा लिए हैं। मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा, "हमें (दुश्मन के) घर में घुस कर मारना चाहिये या नहीं? क्या हमें रोते हुए बैठे रहना चाहिए? मेरे जवान मारे जाएं और मैं चुप रहूं क्या?" उन्होंने कहा, "कांग्रेस और अन्य महामिलावटी दलों में देश की सुरक्षा पर बहस करने की हिम्मत नहीं है, क्योंकि उन्हें 70 साल के अपने पापों का हिसाब देना पड़ेगा। इसलिए वे बहस से भाग जाते हैं।"

मोदी ने इंदौर और देवास लोकसभा क्षेत्रों के भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित सभा में इस बात को उचित ठहराया कि लोकसभा चुनावों में आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा अवश्य होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, "यह किसी नगरपालिका का नहीं, बल्कि हिंदुस्तान का चुनाव है।" उन्होंने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "इन्हीं महामिलावटी लोगों का राज था, जब मई के ही महीने में वर्ष 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान तत्कालीन सरकार ने कह दिया था कि वह आईपीएल के क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन नहीं करा सकती। नतीजतन युवाओं का यह पसंदीदा आयोजन हिंदुस्तान के बाहर हुआ था।"

प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि वर्ष 2014 में केंद्र में सरकार बदलने के बाद अब मई के ही इस महीने में लोकसभा चुनाव भी हो रहे हैं और आईपीएल का आयोजन भी हो रहा है। इस दौरान अलग-अलग धर्मों के त्योहार भी मनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह नया हिन्दुस्तान है। लोकसभा चुनावों के दौरान ही हमने फोनी तूफान को लेकर स्थिति पर काबू पाया, 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और हजारों लोगों की जान बचाई।" उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ कहा, "पांच वर्षों में एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रकम सरकारी तिजोरी से गलत हाथों में चली जाती थी। लेकिन मैंने ऐसा होने से रोक लिया है।"

shukdev

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