नौ घंटे चली 12वें दौर की कोर कमांडर स्तरीय वार्ता, तनाव घटाने पर हुई बात

Saturday, Jul 31, 2021 - 10:13 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने के लिए शनिवार को सैन्य और राजनयिक स्तर की 12वें दौर की वार्ता हुई। जानकारी के अनुसार, यह वार्ता करीब नौ घंटे तक चली। इसमें दोनों ही पक्षों ने तनाव घटाने और सैन्य गतिरोध खत्म करने को लेकर बातचीत की। यह वार्ता वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के हिस्से वाले ओल्डी नामक स्थान पर हुई।

वार्ता में भारत और चीन के बीच हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा हाइट्स एरिया से सेना वापस बुलाने पर विचार विमर्श हुआ। भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि वार्ता शनिवार सुबह 10.30 बजे शुरू हुई, जो कि करीब शाम साढ़े सात बजे तक चली। सूत्रों ने बताया कि बैठक में दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध खत्म करने पर बातचीत की।

हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा से सैनिकों को हटाने से कर दिया था इनकार
पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग के संघर्ष वाले क्षेत्रों में चीन ने सैनिकों को पीछे हटाने से इनकार कर दिया था। 11 वें दौर की सैन्य वार्ता में इसको लेकर गतिरोध बना रहा। हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट के इलाकों में चीन तथा भारतीय सैन्य टुकड़ियां अब भी एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। हालांकि, इन इलाकों से सैन्य टुकड़ियों की वापसी पिछले साल जुलाई में शुरू हुई थी, लेकिन यह काम अधूरा रह गया था।

हॉटस्प्रिंग्स-गोगरा-कोंगका झील इलाके में पेट्रोलिंग पॉइंट्स 15, 17 और 17ए पर दोनों सेनाएं आमने-सामने हैं। यह इलाका भारत और चीन दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। चीनी सेना गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और कोंगका ला क्षेत्र से दूसरी जगहों पर तैनात अपने सैनिकों के लिए भारी मात्रा में रसद पहुंचा पाती है।

कहां है यह इलाका
दोनों इलाके पूर्वी लद्दाख में एलएसी के गलवान में चांग चेनमो नदी के करीब है। हॉट स्प्रिंग चांग चेनमो नदी के उत्तर में है वहीं गोगरा पोस्ट उस प्वाइंट से पूर्व में है, जहां नदी गलवान घाटी से दक्षिण- पूर्व की ओर आते हुए और दक्षिण - पश्चिम की ओर मुड़ते हुए दोहरा मोड़ लेती है। यह इलाका काराकोरम रेंज के उत्तर में है जो पैंगोंग त्सो झील के उत्तर में स्थित है, और गलवान घाटी के दक्षिण पूर्व में है। गलवान वहीं प्वाइंट जहां दोनों सेनाएं आमने- सामने आ गईं थी और हिंसक संघर्ष हुआ। दोनों ओर से कई सैनिक मारे गए। यह दोनों इलाका कोंगका के करीब है। चीन के अनुसार यह भारत और चीन के बीच की सीमा को चिन्हित करता है वहीं भारत का दावा अंतरराष्ट्रीय सीमा के पूर्व की ओर है और इसमें पूरा अक्साई चीन भी शामिल है।

Yaspal

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