भारत में एंट्री को तैयार है टेस्ला, मुंबई में खुलने जा रहा पहला शोरूम

punjabkesari.in Saturday, Mar 01, 2025 - 02:02 PM (IST)

ऑटो डेस्क. अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला ने भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपना पहला शोरूम खोलने के लिए करार किया है। यह शोरूम 4,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला होगा, जहां कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक कारों का प्रदर्शन करेगी। इस डील के तहत टेस्ला ने इस कमर्शियल स्पेस के लिए 900 रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से लीज तय की है, जिससे इसका मासिक किराया करीब 35 लाख रुपये होगा। टेस्ला ने इस लीज को 5 साल के लिए साइन किया है और साथ ही दिल्ली के एरोसिटी कॉम्प्लेक्स में भी जल्द अपना दूसरा शोरूम खोलने की योजना बना रही है।

PM मोदी से मुलाकात के बाद तेज हुई टेस्ला की भारत एंट्री

कुछ हफ्ते पहले टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसके बाद टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। इसके बाद टेस्ला ने भारत में 13 नई नौकरियों की लिस्टिंग जारी की, जिससे इस बात की संभावना और बढ़ गई कि टेस्ला जल्द ही भारतीय बाजार में कदम रखेगी।

भारत में लॉन्च हो सकती हैं टेस्ला की कारें

फरवरी 2025 में टेस्ला के द्वारा उठाए गए। इन बड़े कदमों से संकेत मिल रहे हैं कि टेस्ला आने वाले महीनों में भारत में अपनी कारों का आधिकारिक लॉन्च कर सकती है। इसके अलावा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर भी कुछ स्पष्टता आ सकती है।

भारत में टेस्ला के सामने बड़ी चुनौती

भारत सरकार विदेशी कारों पर 110% आयात शुल्क लगाती है, जो टेस्ला के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भी इस मुद्दे को उठाया था और कहा था कि इतनी ऊंची टैक्स दरों के कारण टेस्ला को भारत में अपना प्लांट स्थापित करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।

एलन मस्क की आयात शुल्क कम करने की मांग

एलन मस्क ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क कम करने की मांग की है, और उनके इस बयान के बाद भारत सरकार ने इस मुद्दे पर एक नई पॉलिसी का ड्राफ्ट भी तैयार किया था। अगर टेस्ला भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाती है, तो यह देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मार्केट में एक बड़ी क्रांति ला सकता है।

टेस्ला की भारत में एंट्री से होने वाले बदलाव

इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट को बढ़ावा: टेस्ला की एंट्री से भारत में इलेक्ट्रिक कारों की मांग बढ़ सकती है, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।

नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन: टेस्ला के एडवांस इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉडल्स भारत में ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी में बड़े बदलाव ला सकते हैं।

स्थानीय उत्पादन की संभावना: यदि सरकार टेस्ला की मांगों को स्वीकार करती है, तो कंपनी भारत में अपना प्लांट लगा सकती है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।

क्या टेस्ला को सरकार से कोई छूट मिलेगी?

अभी तक भारत सरकार ने टेस्ला को कोई खास छूट नहीं दी है, लेकिन अगर कंपनी भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए तैयार होती है, तो उसे कई टैक्स बेनेफिट्स मिल सकते हैं। आने वाले महीनों में इस पर सरकार और टेस्ला के बीच बातचीत और तेज हो सकती है।

कौन-कौन हैं टेस्ला को टक्कर देने के लिए तैयार?

टेस्ला की भारत में एंट्री से घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियां जैसे टाटा मोटर्स, महिंद्रा और MG मोटर को भी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि ये कंपनियां पहले से ही इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सेक्टर में सक्रिय हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ला भारतीय बाजार में कैसे प्रतिस्पर्धा करती है।


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Content Editor

Parminder Kaur

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