खुफिया एजेंसियों ने भारतीय श्रद्धालुओं को किया अलर्ट, करतारपुर के रास्ते में चल रहे आतंकी कैंप

Monday, Nov 04, 2019 - 12:57 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर खुलने से पहले करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले भारतीयों के लिए खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। करतारपुर कॉरिडोर खुलने से पहले महज एक हफ्ता पहले खुफिया एजेंसियों ने  भारतीयों  के लिए चिंता बढ़ाने वाली जानकारी सांझा की है।दरअसल, करतारपुर जिस नरोवल जिले में पड़ता है वहां खुफिया एजेंसियों ने आतंकी गतिविधियां देखी हैं।


खुफिया एजेंसियों का यह अलर्ट ऐसे समय पर मिला है जब भारतीय श्रद्धालुओं के जत्थे के करतारपुर जाने में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। यह कॉरिडोर भारत के पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक साहिब को पाकिस्तान के पंजाब के नरोवाल जिले में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारे से जोड़ता है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि आतंकी कैंप पंजाब प्रांत के मुरीदके, शंकरगढ़ और नरोवल में देखे गए हैं। यहां बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष कैंप में मौजूद हैं और प्रशिक्षण ले रहे हैं।

यह जानकारी हाल ही में देश के सुरक्षा अधिकारियों की संयुक्त बैठक में सामने आई है।बैठक पंजाब में सीमा प्रबंधन को लेकर की गई थी। एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि इस कॉरिडोर का इस्तेमाल ड्रग तस्करी और देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल लोग पाकिस्तानी सिम कार्ड्स के जरिए कर सकते हैं। बता दें कि कॉरिडोर खुलने से भारतीय श्रद्धालु रोजाना यहां जाकर मत्था टेक सकेंगे। दोनों देशों के बीच इसके लिए कुछ नियम और शर्तें तय कर ली गई हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी पाकिस्तान की मंशा पर शक जताया है। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर खोलना आईएसआई का गहन एजेंडा हो सकता है। इसका उद्देश्य जनमत-संग्रह 2020 के लिए सिख भाईचारे को प्रभावित करना है, जिसे सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के अंतर्गत बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पूरी तरह सक्रिय और चौकस हैं।

 

Tanuja

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