अमरीका ही नहीं, यूरोप के इन देशों में भी हुए इसी तरह के टेरर अटैक

Monday, Oct 02, 2017 - 07:10 PM (IST)

नई दिल्लीः अमरीका के लास वेगस के लाइव कंसर्ट में हुई गोलाबारी ने अमरीका के लोगों को 9/11 की याद दिला दी। हालांकि ये लाइव कंसर्ट के दौरान आतंकी हमले की यह दूसरी घटना है। इससे पहले पिछले साल भी अॉरलैंडों में नाइट क्लब में 50 से ज्यादा लोगों पर एक शख्स ने गोलियां बरसाई थी। वहीं, लास वेगस में हुए इस हमले में अब तक 50 लोग के मारे जाने की सूचना है। आज ही के दिन 11 साल पहले (2 अक्टूबर 2006) अमरीका के पेंसिलवेनिया के एक स्कूल में चार्ल्स कार्ल राबर्ट नाम के एक व्यक्ति ने गोलीबारी कर 5 से अधिक बच्चों को मार दिया था। अगर सालभर के आंकडों की बात करें तो इस साल अमरीका से ज्यादा टेरर अटैक यूरोपियन कंट्रीज में हुए। 
इस्तांबुल टेरर अटैक
जनवरी 2017 को तुर्की की राजधानी इस्तांबुल के ओर्ताकोए जिले एक नाइटक्लब में नववर्ष के समारोह के दौरान एक व्यक्ति अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 39 लोगों की जान चली गयी और 40 अन्य घायल हो गए थे। हमलावर सांता क्लॉज की ड्रेस पहने हुए था। उस दौरान क्लब में 500 से अधिक लोग मौजूद थे। 
सेंट पीटर्सबर्ग टेरर अटैक  
अप्रैल 2017 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक आत्मघाती हमलावर ने शहर के एक मेट्रो स्टेशन पर खुद को उड़ा लिया था।रूसी मीडिया के मुताबिक, ट्रेन विस्फोट का संदिग्ध 20 साल के आसपास का था और उसका संबंध मध्य एशिया से था तथा उसने विस्फोटक सामाग्री को एक बैग में रखकर मेट्रो स्टेशन पर लाया था। इस आतंकी हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा घायल हुए थे।  
अॉरलैंडो में टेरर अटैक 
अमरीका के ऑरलैंडो के समलैंगिक नाइटक्लब में 22 जून 2016 को हुई गोलीबारी में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई और 53 अन्य घायल हो गए थे। इस क्लब में गोलीबारी करने वाले की पहचान 29 वर्षीय उमर मतीन के रूप में की थी। वह फ्लोरिडा के फोर्ट पाएर्स का रहने वाला था।
मैनचेस्टर टेरर अटैक
इस साल अमेरिका नहीं बल्कि यूरोप खासकर ब्रिटेन आतंकियों के निशाने पर रहा है। मई 2017 को मैनचेस्टर में अमेरिकी पॉप सिंगर अरिआना ग्रैंड के म्यूजिक कॉन्सर्ट के दौरान जोरदार बम धमाका हुआ जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी। कॉन्सर्ट में 10,000 लोग मौजूद थे, जिसमें ज्यादातर यंगस्टर्स की संख्या थी। यह बम धमाका अरीना में टिकट खिड़की के रात लगभग 10 बजकर 35 मिनट पर हुआ। 
लंदन ब्रिज टेरर अटैक
जून 2017 को लंदन ब्रिज के पास मस्जिद के निकट एक व्यक्ति ने नमाजियों के बीच अपना वाहन घुसा दिया, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और 8 लोग घायल हो गए। प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने इसे संभवत: आतंकी हमला बताया है। यह घटना देर रात मुस्लिम वेलफेयर हाउस के बाहर हुई। घटना के समय इलाके में बहुत सारे नमाजी मौजूद थे जो कुछ देर पहले नमाज पढ़कर रमजान से बाहर निकले थे।
बार्सिलोना टेरर अटैक
अगस्त 2017 में स्पेन के बार्सिलोना में एक ड्राइवर ने टूरिस्ट एरिया में वैन भीड़ पर चढ़ा दी थी। इस हमले में करीब 13 लोगों की मौत हो गई। इसी साल जर्मनी के हैम्बर्ग में 28 जुलाई को एक व्यक्ति ने कथित तौर पर 'अल्लाह-हू-अकबर' का नारा लगाते हुए सात लोगों को चाकुओं से गोद दिया था जिसमें एक की मौत हो गई थी।

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