दिल्ली-यूपी बॉर्डर की भयावह तस्वीर, घर वापसी की होड़ में मजदूरों का उमड़ा हूजूम
Saturday, Mar 28, 2020 - 11:56 AM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को घर में क़ैद रहकर कोविड-19 बीमारी को हराने का फ़ैसला सुनाया है। विश्वभर में फैले इस महामारी से निपटने के लिए हर देश लॉकडाउन का तरीका ही अपना रहा है। जहां एक तरफ सरकार सोशल डिस्टैन्सिंग कायम बनाए रखने की अपील कर रही है तो वहीं दिल्ली-यूपी बॉर्डर से एक भयानक तस्वीर सामने आई है जहां प्रवासी मजदूरों की हुजूम देखने को मिल रहा है।
24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन घोषित होने के बाद से देशभर में कारोबारी गतिविधियां रुक गईं। ऐसे में प्रवासी मजदूरों और गरीब कामगारों के सामने भुखमरी की समस्या पैदा हो चुकी है, जिसक कारण इनमें किसी तरह घर पहुंचने की होड़ मची गई है। पलायन करने वाले प्रवासी मजदूरों और गरीब कामगारों का सैलाब सड़कों पर हर तरफ दिखाई दे रहा है।
दिल्ली-यूपी बॉर्डर के पास हजारों की संख्या में लोग परिवार और सामान के साथ जमे हुए हैं। यहां लोग बसों के भीतर तो खचाखच भरे दिखाई दिए, बस की छत पर भी दर्जनों की संख्या में चढ़े हुए हैं। पैदल ही अपने-अपने गांव की ओर निकल पड़े मजदूरों के चेहरे पर कोरोना की दहशत दिखाई दे रही है।
इसी बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से विभिन्न हिस्सों से निकले प्रवासी मजदूरों को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ मुख्यमंत्रियों से भी बात की और उनसे सामूहिक पलायन के मुद्दे पर ध्यान देने को कहा। अपनी आजीविका बंद हो जाने के बाद हजारों किमी दूर स्थित अपने-अपने गांव लौटने की कोशिश कर रहे प्रवासी कामगारों की परेशानियों को दूर करने के तरीकों पर अधिकारी काम कर रहे हैं।
गाजीपुर में जमा प्रवासी कामगारों को पुलिस ने समूहों में उप्र की सीमा के अंदर भेजा और वे लोग सार्वजनिक वाहन से जाने के लिये कोई मदद नहीं मिलने की स्थिति में लंबी दूरी पैदल चल कर पूरी करने के लिये तैयार नजर आये। कई लोग अपने बच्चों को भी साथ लिये हुए थे। गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने भी राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासनों से प्रवासी मजदूरों को खाना और आसरा मुहैया कराने को कहा है ताकि वे वहीं रहें, जहां हैं। केंद्र सरकार के अनुसार लॉकडाउन का मतलब है कि जहां हैं वहीं रहें।'
इस बीच, निजी एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने कहा कि यदि सरकार अनुमति देती है तो बिहार के प्रवासी कामगारों की तकलीफें कम करने के लिए स्पाइसजेट दिल्ली/मुंबई से पटना के लिए विमान परिचालन को तैयार है। आवश्यक आपूर्ति की उपलब्धता को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बीच उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने कहा कि यह नियमित रूप से खुदरा विक्रेताओं और ई कॉमर्स कंपनियों से बातचीत कर रहा है ताकि यह सुनश्चित हो सके कि आवश्यक माल की आपूर्ति चेन बाधित नहीं हो और विभिन्न सुविधाएं सुगमता से जारी रहें।