चलती ट्रेन से गिरे शख्स का फटा पेट, आंतें शर्ट से बांध 9 किमी पैदल चलकर पहुंचा अस्पताल

Wednesday, Jul 24, 2019 - 01:32 PM (IST)

नई दिल्ली: जाको राखे साइयां मार सके न कोए वाली कहावत आज एक शख्स पर पूरी तरह चरितार्थ हो गई, जिसने घायल अवस्था में 2 घंटे में 9 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर मौत को मात दी। यह मामला तेलंगाना के वारंगल जिले का है। 

अचानक ट्रेन से नीचे गिर गया सुनील
जानकारी मुताबिक सुनील चौहान जिसकी उम्र 24 साल है, वह अपने भाई प्रवीण और अन्य प्रवासी मजदूरों के साथ उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से संघमित्रा एक्सप्रेस में आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए ट्रेन पर सवार हुआ था। तड़के सुबह घड़ी में करीब 2 बजे होंगे जब ट्रेन ने तेलंगाना के हसनपर्थी के नजदीक उप्पल स्टेशन को पार किया। ठीक उसी वक्त सुनील पेशाब करने अपनी बर्थ से बाहर निकला ही था कि झटके खाकर चलती ट्रेन से नीचे गिर गया।

हादसे के बाद भी सुनील घबराया नहीं
गिरने के बाद उसका शरीर ट्रैक किनारे पड़े पत्थरों से टकराया और पेट फट गया। पेट फटने के बाद उस व्यक्ति का आंत बाहर आ गया। गिरने के बाद वह उठा तो देखा कि उसका पेट फट गया है और अंतडिय़ां बाहर आ चुकी है। इसे देखने के बाद वह न तो इससे घबराया और न ही डरा। सुनील चौहान ने तुरंत अपना शर्ट उतारा और पेट को उससे बांध दिया। पेट को बांधने के बाद वह इलाज के लिए इधर-उधर देखा, लेकिन उसे कुछ नजर नहीं आया। उसे यह भी समझ में नहीं आया कि वह किधर जाए। फिर उसने बिना हिम्मत हारे रेलवे ट्रैक पर आगे की ओर बढ़ता गया। 

पैदल तय की 2 घंटे में 9 किलोमीटर की दूर
दर्द को सहते हुए सुनील चौहान ने पैदल 2 घंटे में 9 किलोमीटर की दूरी तय कर ली। इस बीच जब जब उसे दर्द होता और चलने के दौरान अंतडिय़ां बाहर आती तो उसे वह अपने हाथों से दबाकर अंदर कर देता।  किस्मत से हसनपर्थी स्टेशन मास्टर की नजर सुनील पर पड़ी तो उन्होंने तुंरत सुनील को वारंगल स्थित महात्मा गांधी हॉस्पिटल में पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसकी  इमर्जेंसी सर्जरी की। डॉक्टरों का कहना है कि सुनील की हालत गंभीर है लेकिन स्थिर है। 

Anil dev

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