टाइम टेबल में आने पर भी तेजस का अता-पता नहीं

Wednesday, Jul 17, 2019 - 05:04 AM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे के पिछले दो टाइम टेबल में भले ही तेजस एक्सप्रेस का नाम चल रहा हो, लेकिन अब भी इस ट्रेन का कुछ अता-पता नहीं है। केंद्र से हरी झंडी न मिलने से करोड़ों की तेजस यूपी के आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर शो पीस खड़ी है। 

नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली सुपरफास्ट तेजस एक्सप्रेस कब चलेगी, इस बारे में अभी तक रेलवे की ओर से कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है। रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार ऊपर से हरी झंडी मिलेगी तभी तो पटरी पर दौड़ेगी। जानकार बताते हैं कि प्राइवेट ऑपरेटरों के हाथों में सौंपे जाने और रेल यूनियन के बढ़ते विरोध के कारण भी इसे चलाने में देरी हो रही है। रेलवे ने भी पूर्व में दो ट्रेनों के संचालन की जिम्मेदार निजी सेक्टर के हाथों में सौंपने के 100 दिन के अपने एजेंडे में इस बात की जानकारी दी चुकी है। 

बोर्ड के दूसरे रूट में करीब 500 किलोमीटर की दूरी के दायरे में दूसरी तेजस चलाने की तैयारी हो रही है। दूसरा रूट दिल्ली से दक्षिण भारत या फिर चंडीगढ़ जुड़ सकता है। दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस का ऐलान 2016 में हुआ था। जिसके बाद पिछले दो टाइम टेबल में ट्रेन को भी शामिल किया गया था। वर्तमान में दिल्ली-लखनऊ रूट पर अभी कुल 53 ट्रेनें चलती हैं। शुरुआत में इस ट्रेन की टिकटिंग, बोर्डिंग और खानपान की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी की होगी। जिसे बाद में एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट के जरिए ऊंची बोली लगानेवाली निजी कंपनी को सौंपा जाएगा। 

ट्रेन के बारे में कुछ खास बातें

  • तेजस एक्सप्रेस निजी ऑपरेटर को सौंपी जानेवाली देश की पहली ट्रेन होगी।
  • ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपने का रेलवे यूनियन ने विरोध किया है।
  • पहली बार दो ट्रेनों के लिए निजी ऑपरेटरों से हाथ मिलाएगा रेलवे।
  • पहले रूट के लिए दिल्ली-लखनऊ रूट का चुनाव निर्धारित।
  • इसमें सब्सिडी नहीं मिलेगी, लेकिन सुविधा प्लेन की तरह मिलेगी

Pardeep

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