पांच करोड़ मुफ्त LPG कनेक्शन देने का लक्ष्य समय से पहले पूरा

Friday, Aug 03, 2018 - 07:52 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकार ने पांच करोड़वां मुफ्त एलपीजी कनेक्शन शुक्रवार को आबंटित किया। इसके साथ ही उज्ज्वला योजना का लक्ष्य निर्धारित समय से लगभग आठ महीने पहले ही पूरा कर लिया गया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी कनेक्शन का दस्तावेज मुस्लिम महिला तक्रदीरन को सौंपा। वह राष्ट्रीय राजधानी के संगम विहार में रहती हैं।

एक मई 2016 से शुरू हुई थी उज्जवला योजना
उज्ज्वला योजना एक मई 2016 को शुरू की गई। इसके तहत मार्च 2019 तक 5 करोड़ गैस कनेक्शन गरीब परिवारों को निशुल्क दिया जाने का लक्ष्य रखा गया था। इस मौके पर सुमित्रा ने कहा कि इस योजना से गरीब महिलाओं की न केवल आंखें सुरक्षित हुई हैं बल्कि धन की भी बचत हुई और उनके ‘सम्मान’ की भी रक्षा हुई है। क्योंकि अब उन्हें लकड़ी एकत्रित करने के लिए जंगलों में जाने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि 14.2 किलो के बजाए 5 किलो के ज्यादा सिलेंडर दिए जाने चाहिए। फिलहाल 14.2 किलो के सिलेंडर ही दिए जा रहे हैं। 

35 महीने के बजाए 27 महीने में ही हासिल कर लिया गया लक्ष्य
इस मौके पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि लक्ष्य 35 महीने के बजाए 27 महीने में ही हासिल कर लिया गया। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 तक तीन करोड़ अतिरिक्त मुफ्त रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शन गरीब परिवारों को दिए जाएंगे। योजना के तहत सरकार प्रत्येक एलपीजी गैस कनेक्शन के लिए 1,600 रुपए की सब्सिडी खुदरा ईंधन कंपनियों को उपलब्ध करा रही है। सब्सिडी में सिलेंडर का सुरक्षा शुल्क तथा फिटिंग शुल्क शामिल हैं।

लाभार्थी को स्वयं से स्टोव खरीदना होता है
लाभार्थी को स्वयं से स्टोव खरीदना होता है। बोझ को कम करने के लिए योजना में स्टोव और पहली बार गैस भराई का शुल्क किस्तों में देने की अनुमति दी गई है। हालांकि बाद में गैस भरे सिलेंडर के लिए लाभाॢथयों को पैसे देने होते हैं। प्रधान ने कहा कि ज्यादातर एलपीजी कनेक्शन उत्तर प्रदेश में दिए गए। वहां 87 लाख गैस कनेक्यान दिए गए। उसके बाद पश्चिम बंगाल (67 लाख), बिहार (61 लाख), मध्य प्रदेश (45 लाख), राजस्थान (37 लाख) तथा ओडि़शा (30 लाख) का स्थान रहा। योजना के अंतर्गत 47 प्रतिशत लाभार्थी अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति समुदाय के हैं। 

shukdev

Advertising