ऑफ द रिकॉर्डः सरकार में प्रमुख अधिकारियों के ‘फोन हैकर्स’ के निशाने पर

Thursday, Mar 11, 2021 - 04:01 AM (IST)

नई दिल्लीः सीमापार से नए तरह के साइबर हमले की सूचना से खुफिया एजैंसियों में हड़कंप मचा हुआ है। चीन और पाकिस्तान की खुफिया एजैंसियां हैकर्स के साथ मिलकर सरकार में प्रमुख पदों पर मौजूद अधिकारियों के फोन हैक कर रही हैं। 

इसे देखते हुए साइबर सुरक्षा से जुड़ी एजैंसियों को खासतौर पर सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। साथ ही विशिष्ट व्यक्तियों को भी सावधान रहने को कहा जा रहा है। पहले महत्वपूर्ण सूचनाएं हासिल करने के लिए सरकारी या निजी संस्थानों के सिस्टम ही हैकर्स के निशाने पर होते थे लेकिन अब पहली बार देश में महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारियों के मोबाइल फोन भी उनके निशाने पर हैं। सूत्रों के अनुसार ये हैकिंग व्हाट्सएप के जरिए करने की योजना है।

खुफिया एजैंसियों को पता चला है कि हैकर्स ने इस बार इसके लिए खास किस्म का कोड तैयार किया है जिसे वीडियो फाइल के जरिए फोन में पहुंचाया जाता है। इससे हैकर्स मोबाइल फोन का कंट्रोल हासिल कर लेते हैं। इसके बाद वी.आई.पी. की गतिविधियों से लेकर उसकी लोकेशन, महत्वपूर्ण दस्तावेज और यहां तक कि फोन का कैमरा और माइक हैक करके खास मौकों की वीडियो और ऑडियो भी हासिल कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार देश के सुरक्षा संस्थानों, सुरक्षा तैयारियों और शोध से जुड़े व्यक्तियों के फोन खासतौर पर इन हैकर्स के निशाने पर हैं।

सोशल मीडिया की निगरानी करने वाली एजैंसियों ने ऐसे कई सोशल मीडिया अकाऊंट्स की भी पहचान की है जिन्हें पाकिस्तान से संचालित किया जाता है लेकिन गुमराह करने के लिए उन पर चीनी व्यक्तियों के चित्र और नाम की पहचान का इस्तेमाल किया गया है। हैकर्स के कई ग्रुपों को पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. द्वारा फंडिंग किए जाने की जानकारी मिली है। साइबर एक्सपर्ट ने इन हमलों से बचने के लिए मोबाइल सॉफ्टवेयर और ऑप्रेटिंग सिस्टम को अपडेट रखने की सलाह दी है। 

Pardeep

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