पेरियार की प्रतिमा तोड़ने के मामले में सीआरपीएफ जवान गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 05:31 PM (IST)

चेन्नई: तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले में समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के प्रतीक पेरियार की एक प्रतिमा के साथ कथित तौर पर तोडफ़ोड़ करने वाले सीआरपीएफ के एक जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुदुकोट्टई जिला पुलिस ने बताया कि हेड कांस्टेबल एस सेंथिल कुमार (35) को कल रात विदुथी गांव में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इलाके से ली गयी सीसीटीवी फुटेज में वह नशे की हालत में प्रतिमा को नुकसान पहुंचाते हुए नजर आ रहा है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एक बयान में बताया कि कुमार 14 मार्च से 30 दिनों की छुट्टी पर तमिलनाडु के अपने पैतृक गांव में है। इस घटना के मद्देनजर उसे निलंबित कर दिया गया है। राज्य विधानसभा में विपक्षी द्रमुक द्वारा मुद्दा उठाये जाने पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने आज सदन को सूचित किया कि इस मामले में कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। ई वी रामास्वामी‘ पेरियार’ की प्रतिमा19 मार्च को विदुथी गांव में क्षतिग्रस्त पाई गई थी।
सीआरपीएफ ने बताया कि कुमार का एक मानसिक रोग‘‘ स्किकाोफ्रेनिया’’ का12 फरवरी से हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीआरपीएफ ने कहा,‘‘ वह14 मार्च से तमिलनाडु के अपने पैतृक गांव में 30 दिनों की छुट्टी पर था।’’ विधानसभा में पलानीस्वामी ने कहा कि जवान छत्तीसगढ़ में तैनात था और वह छुट्टी में अपने पैतृक गांव विदुथी आया था। मुख्यमंत्री ने नेताओं की प्रतिमाओं की तोडफ़ोड़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है और वेल्लोर एवं पुदुकोट्टई जिले में पेरियार की प्रतिमाओं के साथ हाल ही में हुई तोडफ़ोड़ की घटनाओं को निंदनीय करार दिया। पुदुकोट्टई घटना का हवाला देते हुये उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मौके पर पहुंच गये और मामला दायर किया गया। दोषी को पकडऩे के लिए विशेष टीमें गठित की गयी।
पलानीस्वामी ने पुलिस जांच के हवाले से बताया कि कुमार ने वर्ष 2013 में उसके घर के निकट मूर्ति स्थापित किये जाने का विरोध किया था और इसे क्षतिग्रस्त करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे हिरासत में भेज दिया गया है। मूर्ति पुनस्र्थापित कर दी गई है। वेल्लोर जिले में पेरियार की एक मूर्ति क्षतिग्रस्त किये जाने से संबंधित छह मार्च की घटना का जिक्र करते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि इस संबंध में भाजपा के एक पदाधिकारी और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। इससे पूर्व द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष और विपक्ष के नेता एम के स्टालिन ने भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा के राज्य में पेरियार की प्रतिमाओं के संबंध में दिये गये बयान की निंदा की। द्रमुक नेता ने राजा की गिरफ्तारी की मांग की थी।