तमिलनाडू: सुखोई का पहला स्क्वाड्रन तैनात, हिंद महासागर की करेगा निगाहबानी...चीन पर भी नजर

Monday, Jan 20, 2020 - 04:26 PM (IST)

तंजावुर (तमिलनाडु): भारतीय वायुसेना ने यहां स्थित अपने स्टेशन पर सोमवार को सुखोई-30 MKI का पहला स्क्वाड्रन बेड़े में शामिल किया। इस अत्याधुनिक युद्धक विमान की यहां तैनाती से सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति मजबूत होगी। यह उन्नत लड़ाकू विमान ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें भी ले जाने में सक्षम है। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बिपिन रावत, वायुसेना अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह भदौरिया सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में विमान को तैनात किया गया।

आधुनिक तकनीकों से लैस यह विमान सभी मौसम में वृहद-भूमिका निभाने में सक्षम है। एक रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार 222 स्क्वाड्रन ‘टाइगरशार्क' की तैनाती से भारतीय वायुसेना की रक्षा क्षमता बढ़ेगी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी सुनिश्चित हो सकेगी। विज्ञप्ति के अनुसार सुखोई के यहां तैनात किए जाने से भारतीय द्वीप क्षेत्रों और हिंद महासागर क्षेत्र में संचार की समुद्री लाइनों की भी सुरक्षा हो सकेगी।

खासियत

  • यह लड़ाकू विमान 2.5 टन वजनी सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल ले जाने में सक्षम है।
  • इसका नया नाम ‘द टाइगर शार्क’ रखा गया है। ‘टाइगर शार्क’ चौथी पीढ़ी के सुखोई का 12वां स्क्वाड्रन है, जिसे दक्षिणी भारत में तैनात किया जाएगा।
  • 11 विमानों को देश के पश्चिमी और पूर्वी मोर्चों पर तैनात किए गए हैं।
  • ब्रह्मोस दुनिया की पहली मिसाइल है, जो जल-थल-नभ से दागी जा सकती है। सुखोई-30 बमबारी के साथ मिसाइल भी दाग सकता है। इसमें ब्रह्मोस मिसाइल लोड की जा सकती है।
  • यह एक बार ईंधन भरने पर 8000 किलो हथियारों के साथ 5200 किमी तक उड़ान भर सकता है। यह एक घंटे में 2450 किमी तक पहुंच जाता है।

Seema Sharma

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