तस्वीरों को भी जीवित जज मानिए

Friday, Nov 10, 2017 - 07:50 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत के 2 पूर्व मुख्य न्यायाधीशों की तस्वीरों को पिछले सप्ताह पूर्व सॉलिसिटर जनरल गोपाल सुब्रह्मण्यम ने अदालत में लगा दिया और कहा कि 5 जजों की संवैधानिक पीठ के समक्ष दलीलें देने वाले वकीलों को यह महसूस करना चाहिए कि वे 7 जजों की पीठ के समक्ष बोल रहे हैं।

जब 5 जजों की पीठ असमंजस की स्थिति में आ गई तब सुब्रह्मण्यम ने स्पष्ट किया, ‘‘मैंने अपने जूनियर वकीलों से कहा है कि जब मुख्य न्यायाधीश की अदालत में एक संवैधानिक मामले में दलीलें दें तो आपको यह महसूस होना चाहिए कि आपके सामने 5 जज बैठे हैं और 2 जज अपनी तस्वीरों से आपको देख रहे हैं।’’ ये 2 तस्वीरें भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश सर हीरा लाल कानिया और चौथे मुख्य न्यायाधीश बिजन कुमार मुखर्जी की हैं।

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