कोरोना की जंग में भारत के साथ आया ये देश, ऐसे कर रहा मदद

Monday, Apr 13, 2020 - 08:41 PM (IST)

नई दिल्ली: दुनिया भर में तबाही मचा रहा कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से फैल रहा है। केंद्र और राज्य सरकारें लोगों को लगातार लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है। सरकार उन देशों से भी मदद ले रही है जहां इसका संक्रमण कम रहा है। ऐसा ही एक देश है ताइ​वान जो भारत समेत कई देशों की मदद के लिए आगे आया है। ताइवान की इस पहल के लिए दुनियाभर में इसकी प्रशंसा हो रही है। ताइवान वो देश है जहां घनी आबादी के बावजूद कोरोना के 385 मामले सामने आए, जिनमें से 6 की मौत हुई और 99 ठीक हो गए।'ताइवान मदद कर सकता है' के नारे के साथ ताइवान कोरोना वायरस के खिलाफ सहायता के लिए दुनिया के सामने है। ताइवान संकट से निपटने के लिए 14000 भारतीय चिकित्सा कर्मचारियों के साथ अपने अनुभव साझा कर रहा है, इनमें से 9000 कर्मियों के साथ 2 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई थी। दूसरी वीडियो कॉन्फ्रेंस 14 अप्रैल को होनी है जिसमें लगभग 5000 भारतीय चिकित्साकर्मी हिस्सा ले रहे हैं।

  
नई दिल्ली स्थित ताइवान के प्रतिनिधि कार्यालय ने एक बयान में कहा,"हमारी नई साउथ बाउंड पॉलिसी में भारत एक बहुत महत्वपूर्ण देश है। महामारी से लड़ने के लिए हमारी सरकार ने भारत और इस क्षेत्र के अन्य देशों की सहायता करने का निर्णय लिया है।" संक्रामक रोगों के एसोसिएट प्रोफेसर और क्वारंटाइन के निदेशक, डॉ. चेन ने ताइवान नेशनल चेंग कुंग यूनिवर्सिटी अस्पताल (NCKUH) में 2 अप्रैल को आयोजित पहले राउंड में भारतीय चिकित्साकर्मियों, डॉक्टर्स और नर्सों के साथ बातचीत की। बातचीत के दौरान, भारतीय चिकित्साकर्मियों से कई सवाल भी किए गए।


भारत की दो फार्मा कंपनियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ भारत-ताइवान सहयोग के इस कार्यक्रम का बीड़ा उठाया है। 9000 चिकित्साकर्मियों को मुंबई स्थित ALKEM लेबोरेट्ररीज़ लिमिटेड की मदद से प्रशिक्षित किया गया, जबकि बाकी 5000 को  वेरीटैज़ हेल्थकेयर लिमिटेड की मदद से प्रशिक्षित किया जाएगा। ALKEM लेबोरेट्ररीज़ ने ही ताइवान एक्सटर्नल डेवलपमेंट काउंसिल से सहयोग की मांग की थी। दोनों दवा कंपनियों ने एक पीआर कंपनी की मदद से भारत के अस्पतालों से जुड़े चिकित्सा या दवा कर्मचारियों के लिए पंजीकरण किए।


1 अप्रैल को, ताइवान ने अंतर्राष्ट्रीय मानवीय सहायता की शुरुआत की थी और अमेरिका व यूरोप को 10 मिलियन मेडिकल मास्क और अन्य चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई। नीदरलैंड में दान किए गए मास्क 7 अप्रैल को एम्स्टर्डम पहुंचे। ताइवान ने यूरोपीय संघ के सदस्य देशों, चेक गणराज्य, फ्रांस, जर्मनी, इटली, लक्जमबर्ग, पोलैंड, स्पेन, वेटिकन सिटी, स्विट्जरलैंड और यूके की भी मदद की है।

shukdev

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