14 मिनट तक यहां था सुषमा स्वराज का विमान, इसलिए हुआ गायब

Monday, Jun 04, 2018 - 04:47 PM (IST)

नई दिल्लीः विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दक्षिण अफ्रीका लेकर जाने वाले वीआईपी एम्ब्रायर विमान से रविवार को 14 मिनट के लिए संपर्क टूट गया जिसके बाद मॉरिशस हवाई यातायात नियंत्रण के ‘‘पैनिक बटन’’ दबाने से अफरा-तफरी मच गई। वहीं अब हर किसी के जेहन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर 14 मिनट के लिए सुषमा का विमान कहां गायब हो गया। एयरक्राफ्ट ने त्रिवेंद्रम से दोपहर करीब 2.08 पर उड़ान भरी थी। करीब शाम 4.44 पर अलार्म बजाया गया, इस अनिश्चित अलार्म का मतलब है कि विमान और उसके यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद उन्होंने चेन्नै एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया। एयरक्राफ्ट के पायलट ने मॉरीशस एटीसी से 4.58 पर संपर्क किया कि सब ठीक है, उसके बाद सबकी जान में जान आई।

कहां गायब हुआ सुषमा का विमान
प्राधिकरण के मुताबिक, आम तौर पर किसी विमान से अगर 30 मिनट तक कोई संपर्क नहीं होता है तो ऐसा अलर्ट जारी किया जाता है और अलार्म बजाया जाता है कि लेकिन चूंकि यह विमान अति विशिष्ट व्यक्ति (सुषमा स्वराज) को लेकर जा रहा था इसलिए 14 मिनट में ही अलर्ट जारी कर दिया गया। विदेश मंत्री वायुसेना के आईएफसी 31 विमान में सवार थीं। एटीसी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अनियमित वीएचएफ कम्युनिकेशन की वजह से समुद्री इलाकों में इस तरह की समस्या अक्सर आ जाती है।

वैसे भी जो समुद्री सागर वाले इलाके हैं वो किसी भी देश के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं, ऐसे में कुछ समय के लिए संपर्क टूट जाता है। ऐसे इलाकों को नॉन रडार कवरेज भी कहा जाता है, इनमें एयर ट्रैफिक रूट वैरी हाई फ्रीक्वेंसी (VHF) या हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो कम्यूनिकेशन पर निर्भर होते हैं। ऐसे में पायलट के लिए संपर्क करना भी मुश्किल हो जाता है या ऐसे रेडार में जाने से पहले वे संपर्क करना भूल भी जाते हैं। सुषमा के विमान के साथ भी ऐसा ही हुआ। एटीसी के अधिकारी ने कहा कि रडार के कमजोर कवरेज के कारण विमान से संपर्क नहीं हो सका।

Seema Sharma

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