B'day Special: 67 की हुईं सुषमा स्वराज, पाकिस्तानियों की भी फेवरेट हैं भारतीय विदेश मंत्री

Thursday, Feb 14, 2019 - 12:54 PM (IST)

नेशनल डेस्कः विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज अपना 67वां जन्मदिन मना रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने सुषमा स्वराज को जन्मदिन की बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट मंत्री सुषमा भारत में ही नहीं पाकिस्तान के लोगों की भी चहेती हैं। केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारतीयों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं, विदेशों में रह रहे भारतीयों को जब कभी भी कोई समस्या या परेशानी हुई तब-तब बिना देर किए स्वराज ने उनकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए। इतना ही नहीं पाकिस्तान के लोगों को भी जब-जब मैडीकल वीजा की जरूरत पड़ी सुषमा उनकी मदद से भी पीछे नहीं हटी। पाकिस्तान में तो लोग कहते हैं उनकी भारत में एक मां मौजूद हैं और वो सुषमा हैं। 14 फरवरी 1952 में हरियाणा के अम्बाला में जन्मी सुषमा स्वराज ने  एस.डी. कालेज अम्बाला छावनी से बी.ए और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली।


राजनीतिक सफर
70 के दशक में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गई थी। उनके पति, स्वराज कौशल, सोशलिस्ट नेता जॉर्ज फर्ऩान्डिस के करीबी थे, और इस कारण ही वे भी 1975 में फर्ऩान्डिस की विधिक टीम का हिस्सा बन गईं। आपातकाल के समय उन्होंने जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। आपातकाल की समाप्ति के बाद वह जनता पार्टी की सदस्य बन गई। राजनीति में आने से पहले सुषमा ने सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के पद पर भी काम किया है। 2009 में भारत की भाजपा द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की 15वीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। इसके पहले भी वे केन्द्रीय मंत्रीमण्डल में रह चुकी हैं तथा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही हैं।

वे सन् 2009 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के 19 सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं। साल 2014 में उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है जबकि इसके पहले इंदिरा गांधी दो बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रह चुकी हैं। कैबिनेट में उन्हे शामिल करके उनके कद और काबिलियत को स्वीकारा। देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी सुषमा के नाम दर्ज है।

लव लाइफ
सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल का प्रेम विवाह हुआ था। दोनों की प्रेम कहानी कॉलेज के दिनों में शुरू हुई थी। सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की मुलाकात पंजाब यूनिवर्सिटी के चंडीगढ़ के लॉ डिपार्टमेंट में हुई थी। दोनों ने 13 जुलाई, 1975 को शादी कर ली। हाालंकि प्रेम विवाह करने की उनकी राह आसान नहीं थी। अपने परिवार वालों को मनाने के लिए दोनों को काफी मेहनत करनी पड़ी थी। हालांकि सुषमा अपने परिवार को मनाने में कामयाब हुईं। स्वराज कौशल आज भी अपना प्यार सुषमा के प्रति जताने में हिचक नहीं करते हैं।

हाल ही में जब सुषमा ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की बात कही तो इस पर सबसे पहली प्रतिक्रिया स्वराज कौशल की ही आई थी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था। चुनाव नहीं लड़ने के आपके फैसले के लिए धन्यवाद। स्वराज कौशल ने कहा कि मुझे याद है एक समय मिल्खा सिंह को भी रुकना पड़ा था। यह दौड़ 1977 से शुरू हुई थी। इसे अब 41 साल हो गए हैं। आप अब तक 11 चुनाव लड़ चुकी हैं। सिर्फ दो बार 1991 और 2004 में आप चुनाव नहीं लड़ी थीं, क्योंकि पार्टी ने आपको चुनावी मैदान में नहीं उतरने दिया। मैं पिछले 46 सालों से आपके पीछे भाग रहा हूं। अब मैं 19 साल का नहीं हूं। थैक्य यू मैडम।

 

 

Seema Sharma

Advertising