अजरबैजान के विदेश मंत्री से मिलीं सुषमा, वैश्विक मुद्दों पर हुई चर्चा

Thursday, Apr 05, 2018 - 09:22 AM (IST)

बाकू: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत और अजरबैजान के बीच द्विपक्षीय संबंध तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। स्वराज ने अजरबैजान के विदेश मंत्री ईल्मार माम्मदीरोव के साथ बैठक केे बाद कमीडिया से बातचीत में कहा कि भारत विश्वसनीय, मजबूत, जीवंत और पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी बनाने के लिए अकारबैजान के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मैंने विदेश मंत्री माम्मदिरोव के साथ विस्तृत और उपयोगी बातचीत की। हमने पारस्परिक हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की। हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति का जायजा लिया जो कि लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है।

भारत-अकारबैजान द्विपक्षीय व्यापार संतोषजनक
विदेश मंत्री ने भारत-अकारबैजान द्विपक्षीय व्यापार पर संतोष जताते हुए कहा कि यह 2005 में पांच करोड़ अमरीकी डालर से बढ़कर 2017 में 46 करोड़ अमरीकी डॉलर हो गया है। दोनों पक्षों ने इसे क्षमता से कम होने की बात पर सहमति व्यक्त करते हुए इसे आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की जरुरत बतायी। उन्होंने कहा कि हमने संतुष्टि जताई कि बाकू-त्बिलिसी-सेहान (बीटीसी) तेल पाइपलाइन को भूमध्य बंदरगाह तक खोलने के बाद, भारतीय तेल कंपनियां कच्चे तेल की वास्तविक मात्रा खरीद रही हैं।

इन मुद्दों पर भी हुई बात
-दोनों पक्षों ने आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसी आम चुनौतियों से निपटने के लिए संयुक्त वैश्विक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।

-आतंकवाद अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में एक वैश्विक संकट है, जिसके विरुद्ध ‘जीरो टॉलरेंस’ की भावना के साथ वैश्विक कार्रवाई की आवश्यकता है। इसमें आतंकवादी सुरक्षित शरणस्थलियों को समाप्त करना, आतंकवादी नेटवर्कों तथा वित्तीय चैनलों में बाधा डालने और सीमा पार आतंकवादियों की गतिविधियों पर रोक लगााना शामिल है।

-जलवायु परिवर्तन जैसे अन्य आम चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस वैश्विक कार्रवाई की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

 

— Raveesh Kumar (@MEAIndia) April 4, 2018


स्वराज ने राष्ट्रपति के महल में अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से भी मुलाकात की तथा उनके साथ व्यापार, निवेश, संपर्क, परिवहन, संस्कृति, पर्यटन, फार्मास्यूटिकल्स, ऊर्जा, आईटी और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर विचार किया। राष्ट्रपति के साथ बैठक की जानकारी देते हुए स्वराज ने कहा कि हमने दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए संबंधों को मजबूत करने के वास्ते दोनों पक्षों की उच्च स्तरीय प्रतिबद्धता को लेकर उपयोगी बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत और अकारबैजान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के आधार पर मैत्रीपूर्ण संबंधों का आनंद उठाते हैं। स्वराज गुटनिरपेक्ष देशों के मंत्रियों की यहां आयोजित मध्यावधि बैठक में शामिल होंगी जो आज और कल आयोजित की जा रही है। सदस्य देशों के बीच सहयोग एवं एकता को और मजबूत करने के उद्देश्य से इस बार की बैठक का विषय ‘सतत विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा’ रखा गया है।

 

— Raveesh Kumar (@MEAIndia) April 4, 2018

 

Seema Sharma

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