सुषमा ने उज्बेकिस्तान प्रधानमंत्री के साथ की बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
Sunday, Aug 05, 2018 - 08:22 AM (IST)
ताशकंद : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अरिपोव और विदेश मंत्री अब्दुल अजीज कमिलोव के साथ बैठक कर व्यापार, रक्षा, सुरक्षा समेत द्विपक्षीय और क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा की। स्वराज ने शनिवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में अरिपोव के साथ बैठक की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, स्वराज ने उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अरिपोव के साथ ताशकंद में बैठक की। बैठक में उज्बेगिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव की भारत यात्रा पर विचार विमर्श किया गया। मिर्जियोयेव के इसी वर्ष भारत यात्रा पर आने की संभावना है।
स्वराज ने अरिपोव के साथ भारत-उज्बेकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा की। स्वराज ने विदेश मंत्री अब्दुल अजीज कमिलोव के साथ बैठक कर व्यापार, रक्षा और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर बातचीत की। इसके अलावा क्षेत्रीय एवं वैश्विक के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। कुमार ने ट्वीट किया कि स्वराज ने ताशकंद में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया।
EAM @SushmaSwaraj calls on the Prime Minister of #Uzbekistan Abdulla Aripov in Tashkent. Possible outcomes in connection with the visit of President of Uzbekistan later this year figured prominently in the discussion. @amb_tashkent pic.twitter.com/Hi4hOtTYOO
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 4, 2018
इससे पहले स्वराज के उज्बेकिस्तान के ताशकंद पहुंचने पर विदेश मंत्री अब्दुल अजीज केमिलोव उनका स्वागत किया।स्वराज ने यहां पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की स्मारक पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। शास्त्री की 1966 में ताशकंद यात्रा के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। स्वराज की कजाखस्तान, किर्गिस्तान एवं उजबेकिस्तान यात्रा को पश्चिम एशियाई देशों के साथ कूटनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दृष्टि से देखा जा रहा है।
3rd meeting with the Foreign Minister of Uzbekistan this year! EAM @SushmaSwaraj welcomed by Uzbek Foreign Minister Kamilov ahead of the delegation-level talks. India and Uzbekistan are strategic partners with strong historical and cultural linkages. @amb_tashkent pic.twitter.com/prqWJrJUqh
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 4, 2018