यूजर के ब्लॉक करने की धमकी का सुषमा ने दिया इस अंदाज में जवाब

Tuesday, Jul 03, 2018 - 06:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नेशनल डेस्क:  विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर अपनी आलोचना करने वाले एक ट्रोल को आज तुरंत ‘ ब्लॉक ’ करते हुए कहा कि ‘ इंतजार क्यों , लीजिए ब्लॉक कर दिया। एक हिंदू -मुस्लिम दंपती को पासपोर्ट जारी करने को लेकर वह पिछले कुछ दिनों से ट्रोल का लगातार सामना कर रही हैं। ट्रोल के खिलाफ अकेली लड़ रही सुषमा ने अपनी आलोचना करने वाले एक ट्विटर यूजर को ब्लॉक कर दिया।  


दरअसल जानी-मानी ट्विटर यूजर सोनम महाजन ने मंगलवार को सुषमा स्वराज को टैग करते हुए लिखा कि ये गुड गवर्नेंस देने आए थे। ये लो भाई, अच्छे दिन आ गए हैं। सुषमा स्वराज जी, मैं आपकी फैन थी और आपको गाली देने वालों से लड़ी थी। अब आप प्लीज मुझे भी ब्लॉक कर दीजिए, ईनाम दीजिए, इंतजार रहेगा। इस ट्वीट के बाद विदेश मंत्री ने बिना देर किए सोनम महाजन को ब्लॉक करते हुए लिखा कि इंतजार क्यों? लीजिए ब्लॉक कर दिया। सुषमा का यह शानदार जवाब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दो घंटे में इस ट्वीट को 2.3 हजार लोगों ने रिट्वीट किया वहीं 6.9 हजार लोगों ने इसे लाइक किया।

बता दें कि पासपोर्ट विवाद को लेकर सुषमा पिछले कुछ दिनों से ट्रोल के अभद्र पोस्ट को लाइक कर अपना विरोध प्रर्दिशत कर रही थीं। ये ट्रोल उन्हें निशाना बना रहे थे। उन्होंने बीते रविवार को ट्विटर पर एक सर्वेक्षण भी किया था। उन्होंने इसमें यूजर से पूछा था कि क्या वे लोग इस तरह की ट्रोङ्क्षलग को मंजूरी देंगे। इस पर 57 फीसदी लोगों ने ‘ ना ’ में जवाब दिया था, जबकि 43 फीसदी लोगों ने ‘हां’ में जवाब दिया।  

दरअसल, लखनऊ स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी विकास मिश्रा के तबादले के बाद सुषमा को ट्रोल निशाना बना रहे हैं। मिश्रा ने हिंदू-मुस्लिम दंपती को कथित तौर पर अपमानित किया था। इस मुद्दे पर विदेश मंत्री का समर्थन नहीं करने को लेकर विपक्षी कांग्रेस केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना कर रही है। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कल कहा कि सुषमा को ट्रोल करना गलत है। इस मुद्दे पर टिप्पणी करने वाले वह भाजपा के पहले नेता एवं केंद्रीय मंत्री हैं।   

इस बीच  आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी सुषमा के समर्थन में उतर गए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुषमा को ट्रोल किया गया और उनके खिलाफ जिस तरह का दुष्प्रचार किया गया, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी उनसे बातचीत हुई थी लेकिन जब फैसला (पासपोर्ट के विषय पर) लिया गया था , तब वह देश में नहीं थीं। यह विवाद जिस वक्त हुआ था , उस समय विदेश मंत्री फ्रांस, बेल्जियम और लक्जमबर्ग की आधिकारिक यात्रा पर थी। सुषमा ने 24 जून को ट्वीट कर कहा था कि मैं 17 से 23 जून 2018 तक भारत से बाहर थी। मैं नहीं जानती कि मेरी गैरहाजिरी में क्या हुआ। हालांकि , मुझे कुछ ट्वीट से सम्मानित किया गया। मैं उसे आपसे सांझा कर रही हूं। इसलिए मैंने उन्हें लाइक किया है। 

vasudha

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