खुलासा: सुशांत की मौत के बाद मुंबई पुलिस को बदनाम करने के लिए बनाए गए 80 हज़ार फेक अकाउंट्स!

Wednesday, Oct 07, 2020 - 10:43 AM (IST)

नई दिल्ली: अब जबकि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट के नतीजे सार्वजनिक हो चुके हैं जिससे यह स्पष्ट हो चुका है कि अभिनेता सुशांत राजपूत की 14 जून को हुई मौत की वजह आत्महत्या थी। पुलिस ने खुलासा किया है कि सुशांत की मौत पर दुष्प्चार के लिए 80 हजार से ज्यादा फेक सोशल मीडिया अकाउंट खोले गए थे। मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने बताया कि इन फर्जी अकाउंट्स के जरिए मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई। उन्होंने साइबर सेल से इस मामले की जांच करने और दोषियों पर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।

विदेशों में भी बने थे फर्जी अकाउंट
साइबर यूनिट ने एक रिपोर्ट बनाई है, जिसमें कहा है कि सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर इटली, जापान, फ्रांस, रोमानिया, तुर्की, थाईलैंड, इंडोनेशिया, पोलैंड और स्लोवेनिया जैसे देशों से पोस्ट किए गए हैं। एक आईपीएस अधिकारी ने बताया कि ‘हमने विदेशी भाषा में पोस्ट की पहचान की है। इसमें जस्टिस फॉर सुशांत, सुशांत सिंह राजपूत तथा एसएसआर हैशटैक का इस्तेमाल किया गया। इन सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स के बारे में पुलिस ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश में हैं।’

मामले की जांच होनी चाहिए: दिग्विजय
सोशल मीडिया में फर्जी खातों के खुलासे के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने फर्जी अकाउंट बनाने संबंधी मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाना बीजेपी की ताकत है। क्या गैर-भाजपा सरकार ऐसे सभी घोस्ट अकाउंट बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती है? मुझे यकीन है कि वे कर सकते हैं, इसके लिए मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।

सुशांत की बहनें पहुंची हाईकोर्ट
सुशांत सिंह राजपूत की बहनों, प्रियंका सिंह और मीतू सिंह ने मंगलवार को बंबई उच्च न्यायालय से अनुरोध किया कि मुंबई पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द कर दिया जाए। मुंबई पुलिस ने जालसाजी और अपने दिवंगत भाई के लिए डॉक्टरों के फर्जी पर्चे (प्रिस्क्रिप्शन) खरीदने का आरोप लगाते हुए दोनों बहनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। बांद्रा पुलिस ने सुशांत की प्रेमिका और अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती द्वारा दायर शिकायत के आधार पर सात सितंबर को दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। 

पुलिस का मनोबल तोडऩे की कोशिश
मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कि इस तरह के कैंपेन से जांच को प्रभावित करने के साथ ही हमारा मनोबल भी कमजोर करने की कोशिश की गई। मुंबई शहर में तेजी से कोरोना वायरस का संक्रमण बढऩे के चलते 84 पुलिस कर्मियों की इसके चपेट में आकर मौत हो चुकी थी। उसी समय सुशांत राजपूत के मामले में मुंबई पुलिस की छवि को धूमिल किया जा रहा था। साइबर सेल अब इस मामले की विस्तार से जांच कर रहा है।  इसमें लिप्त पाए लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

Anil dev

Advertising