ग्रहों और मार्केट का ये Connection लाने वाला है Surprise

Sunday, Oct 06, 2019 - 07:35 AM (IST)

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आलोच्य सप्ताह (9 से 15 अक्तूबर तक) के दौरान न तो कोई सितारा अपना राशि परिवर्तन करता है और न ही पोजीशन। इस तरह ग्रह योग किसी फेरबदल के बगैर ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है किन्तु शुक्र, मंगल, सूर्य, बुध नक्षत्र पर अपनी स्थिति जरूर बदलते हैं। इस तरह ग्रह-योग, सितारों की स्थिति तथा मार्कीट से जुड़े अन्य पहलुओं पर विचार करने से मालूम देता है कि आलोच्य सप्ताह में बेशक उठा-पटक तो होती रहेगी, तो भी किसी रुख परिवर्तन की कोई आशा नहीं है।

व्यापारियों को अलर्ट रह कर तथा समझदारी के साथ काम करना चाहिए ताकि निकट भविष्य में होने वाली जोरदार उत्थल-पुत्थल की लपेट में वे फंस न जाएं। इस उत्थल-पुत्थल की जानकारी चूंकि इस कालम में मिलती रहेगी, इस लिए इसे रैगुलर पढऩे वाले लाभान्वित रहेंगे। जहां तक आलोच्य सप्ताह में चलने वाले रुख का संबंध है, ख्याल है कि 4 अक्तूबर वाला रुख ही इस सप्ताह में मोटे तौर पर बना रहेगा। वैसे 9, 10, 11, 14 अक्तूबर के दिन उठा-पटक वाले होंगे।

तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि में शुरू सप्ताह से मंदा चलने की सूरत में आगे मंदा का काम करें। 9, 10, 11, 14 अक्तूबर खास दिन। कॉटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में मजबूती के रिएक्शनों के बावजूद भी आम रुझान मंदी का बना रहेगा। शेयर मार्कीट में 4 अक्तूबर के बाजार रुख को ध्यान में रख कर काम करना सही रहेगा—बीच में 11 अक्तूबर मजबूती का रिएक्शन आएगा। 

सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में 4 अक्तूबर को यदि तेजी चली होगी तो फिर इस सप्ताह में तेजी चलेगी किन्तु 4 अक्तूबर को मंदा चलने की सूरत में आगे मंदा चलेगा—वैसे  9, 10, 11, 14 तारीखें खास होंगी। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं एवं मिश्री में आम रुझान मजबूती का बना रह सकता है। वैसे 11 अक्तूबर मजबूती का रिएक्शन। गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों तथा दालों इत्यादि में आम रुझान नापायेदार-सा नजर आएगा, क्योंकि बाजार में किसी समय तेजी तथा किसी समय मंदी का रिएक्शन आता रहेगा। हाजिर मार्कीट में न तो बिकवाल और न ही लवाल काम करने की हिम्मत रखेगा, क्योंकि बाजार में उठा-पटक होती रह सकती है। 

Niyati Bhandari

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