पाक के सभी राज्यों में हाई अलर्ट, उड़ानों पर लगी रोक हटेगी
Thursday, Feb 28, 2019 - 03:39 PM (IST)
इस्लामाबादःपुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई हवाई हमले की कार्रवाई ने पाकिस्तान को भीतर तक हिला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री इमरान खान बार- बार भारत को बातचीत का न्योता दे रहे हैं और कह रहे हैं कि जंग किसी भी मसले का हल नहीं। पाकिस्तान ने बिगड़े हालात और बढ़ते तनाव के चलते पाकिस्तान ने अपने सभी राज्यों को हाई अलर्ट कर दिया है । इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के कुछ देर बाद ही पाकिस्तान ने अपनी सीमा में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाई रोक को हटाने की घोषणा की है। बता दें कि भारत के साथ बिगड़े हालात के चलते पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था जिस कारण एयरलाइंस कंपनियों की सिरदर्दी बढ़ गई थी।
पाक हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण यात्रा की अवधि अब 1-2 घंटे बढ़ गई है। ईंधन क्षमता और भार संतुलन भी एयरलाइंस के लिए एक चुनौती बन गया है। इससे पहले बुधवार को पाक ने नेशनल कमांड अथॉरिटी की अहम बैठक बुलाई वहीं संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र भी बुलाया । जानकारी के अनुसार दोनों के देशों के बीच बिगड़े हालात को देखते हुए भारत-पाकिस्तान के हवाई क्षेत्रों से गुजरने वाली कई अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के रूट भी बदल दिए गए हैं। उधर, पाकिस्तान ने लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद, सियालकोट और इस्लामाबाद हवाई अड्डों से अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ान को तुरंत रोक दिया है।
Pakistan immediately stops its domestic and international flight operations from Lahore, Multan, Faisalabad, Sialkot and Islamabad airports. pic.twitter.com/nP3rHJr0Ky
— ANI (@ANI) February 27, 2019
पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार को ट्वीट करके यह जानकारी दी कि चीनी राजदूत याओ जिंग को बुधवार को इस्लामाबाद में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मिलने के लिए बुलाया गया है। इस मुलाकात में क्षेत्र के वर्तमान हालात पर चर्चा की जाएगी। विदेश मंत्री का कहना है कि पाक और चीन क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कटिबद्ध है। पाकिस्तानी संसद में आज विशेष सत्र बुलाया गया है।
मंगलवार को पाक संसद की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में 'इमरान खान शर्म करो' के नारे गुंजने लगे। पाक सांसदों ने सदन में संयुक्त सत्र बुलाकर भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव पर चर्चा करने की मांग की। आज उन्हीं की मांग पर सदन में विशेष सत्र होने वाला है। हालांकि मुख्य विपक्षी दलों पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएलएन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेताओं ने 'भारत के आक्रमण' के खिलाफ एकजुट होने की बात कही।