भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पार आतंकवादी अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक की: सरकार

Friday, Nov 18, 2016 - 04:25 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकार ने आज एक बार फिर जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने और आतंकी हमला करने की मंशा से नियंत्रण रेखा के पास जमा आतंकवादियों के कुछ दलों के बारे में विश्वसनीय सूचना प्राप्त होने पर भारतीय सेना ने विभिन्न अड्डों पर 29 सितंबर 2016 को लक्षित हमला किया था जिसमें आतंकवादी और उनको समर्थन देने वाले बड़ी संख्या में हताहत हुए थे। रक्षा राज्य मंत्री डा. सुभाष भामरे ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर निरंतर एवं बढ़ती हुई घुसपैठ सरकार के लिए गंभीर चिंता का विषय रही है। यह पुंछ और उरी में क्रमश 11 और 18 सितंबर 2016 को आतंकवादी हमलों में भी परिलक्षित होता है। 
 

उन्होंने कहा, ‘‘ जम्मू-कश्मीर तथा अन्य राज्यों के विभिन्न शहरों में घुसपैठ करने और आतंकवादी हमला करने के लिए नियंत्रण रेखा पर कुछ आतंकवादी दलों के जमा होने के बारे में विशिष्ट एवं विश्वसनीय सूचना प्राप्त होने के आधार पर भारतीय सेना ने आतंकवादियों की घुसपैठ को विफल बनाने के लिए इन विभिन्न लांच पैड्स पर 29 सितंबर 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक की थी। ’’ मंत्री ने कहा कि ये कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए की गई थी कि ये आतंकवादी विनाश करने तथा हमारे नागरिकों के जीवन को खतरे में डालने की अपनी योजना में सफल न हों। इन आतंकवादी रोधी अभियानों के दौरान आतंकवादी और उनको समर्थन देने वाले बड़ी संया में हताहत हुए थे।   

 

लोकसभा में डा. भोला सिंह, हिना विजयकुमार गावित, एस आर विजय कुमार, एम श्रीनिवास राव, पी सी मोहन, के वी थामस, सुधीर गुप्ता, लल्लू सिंह, डा. सुनील बलिराम गायकवाड, जी सकंेद्र रेड्डी, टी राधा कृष्णन, गजानन कीर्तिकर, अशोक चव्हाण, राम कुमार शर्मा, विद्युत वरण महतो, असदुद्दीन आेवैसी, कुंवर भारतेन्दु सिंह, एम के राघवन, बी विनोद कुमार, कुंवर हरिवंश सिंह, जे जयवर्धन, भैरो प्रसाद मिश्र और राजेन्द्र अग्रवाल के प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा राज्य मंत्री डा. सुभाष भामरे ने यह बात कही।

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