समलैंगिक विवाह के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई, CJI बोले- यह सिर्फ शहरी कॉन्सेप्ट'' नहीं

Thursday, Apr 20, 2023 - 09:02 AM (IST)

नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह (Same Sex Marriage) को कानूनी मान्यता देने की मांग वाली याचिकाओं पर आज फिर से सुनवाई होगी। बुधवार को इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में तीखी नोकझोंक हुई। इन याचिकाओं पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ सुनवाई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि सरकार उन यौन विशेषताओं के आधार पर किसी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं कर सकती, जिसपर उस व्यक्ति का कोई नियंत्रण नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के पास इस दावे के समर्थन में कोई आंकड़ा नहीं है कि समलैंगिक विवाह ‘अभिजात्य' या ‘शहरी' है।

 

शीर्ष अदालत समलैंगिक विवाह को कानूनी मंजूरी देने के अनुरोध वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय संविधान पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘यह बहुत आसान है, सरकार किसी व्यक्ति के साथ उस विशेषता के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकती, जिस पर उस व्यक्ति का कोई नियंत्रण नहीं है।"  

 

बता दें कि शीर्ष अदालत ने पिछले साल 25 नवंबर को दो समलैंगिक जोड़ों द्वारा दायर अलग-अलग याचिकाओं पर केंद्र से जवाब मांगा था। इन याचिकाओं में दोनों जोड़ों ने शादी के अपने अधिकार को लागू करने और संबंधित अधिकारियों को विशेष विवाह अधिनियम के तहत अपने विवाह को पंजीकृत करने का निर्देश देने की अपील की थी। LGBTQIA का मतलब लेस्बियन, गे, बाइसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर, क्वेश्चनिंग, इंटरसेक्स और एसेक्सुअल से है।

Seema Sharma

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