पटाखा बिक्री बैन पर बोले चेतन भगत, 'बकरीद-मुहर्रम पर बैन की हिम्मत क्यों नहीं?

Tuesday, Oct 10, 2017 - 12:55 PM (IST)

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिल्ली-एनसीआर में इस साल दिवाली पर पटाखे चलाने पर पूर्ण रोक लगा दी गई है। कोर्ट के फैसले पर लेखक चेतन भगत ने ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि पटाखों की बिक्री पर बैन लगाना गैर-जरूरी है।


उन्होंने सवाल किया कि किस आधार पर किसी की परंपराओं पर बैन लगाया जा रहा है? चेतन भगत ने एक ट्वीट में लिखा, बिना पटाखों के बच्चों के लिए दिवाली का क्या मतलब है? लेखक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का बैन परंपराओं पर चोट है। उन्होंने कहा कि बैन की जगह रेगुलेशन बेहतर विकल्प हो सकता था।

चेतन ने लिखा, 'केवल हिंदुओं के त्योहार पर बैन लगाने की हिम्मत क्यों दिखाई जाती है? क्या जल्द ही बकरीद पर बकरियों की बलि और मुहर्रम के खूनखराबे पर भी रोक लगेगी? जो लोग दिवाली जैसे त्योहारों में सुधार लाना चाहते हैं, मैं उनमें यही शिद्दत खून-खराबे से भरे त्योहारों को सुधारने के लिए भी देखना चाहता हूं।


गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिए अपने आदेश में 11 नवंबर 2016 का बिक्री पर रोक का आदेश फिर से बरकरार रखा है। कोर्ट ने सारे लाइसेंस स्‍थायी और अस्थायी रूप से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये बैन 1 नवंबर 2017 तक बरकरार रहेगा। अदालत ने 12 सितंबर को दिए रोक के आदेश में बदलाव किया है।

 

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