सनी लियोनी ने भी उठाया Mahtari Vandan Yojana का पैसा, हर महीने खाते में डलते रहे 1000 रुपए
punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2024 - 11:43 AM (IST)
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसमें एक्ट्रेस और पूर्व पोर्न स्टार सनी लियोनी का नाम महतारी वंदन योजना में शामिल होने को लेकर सामने आया है। इस योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की आर्थिक रूप से कमजोर विवाहित महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करना है, लेकिन मामला अब विवादों में आ गया है क्योंकि सनी लियोनी, जो कि एक फिल्म स्टार हैं, भी इस योजना के लाभार्थियों में शामिल हैं।
महतारी वंदन योजना क्या है?
महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जो 2024 में शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर, गरीब और विवाहित महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये की सहायता प्रदान करना है। यह राशि सीधे लाभार्थी की बैंक खाते में भेजी जाती है। योजना के तहत केवल उन महिलाओं को सहायता मिलती है, जो छत्तीसगढ़ राज्य की निवासी, 21 वर्ष या उससे अधिक आयु की हों, और जिनका परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहा हो। साथ ही, उनके परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
सनी लियोनी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला
चौंकाने वाली बात यह है कि सनी लियोनी का नाम महतारी वंदन योजना से जुड़ा हुआ पाया गया है। इस योजना का लाभ लेने के लिए सनी लियोनी का नाम एक ग्राम तालुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के आईडी से रजिस्टर्ड किया गया था। जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि एक व्यक्ति, वीरेंद्र जोशी ने जालसाजी कर अवैध रूप से सनी लियोनी के नाम पर योजना से संबंधित राशि अपने खाते में निकाल ली थी। बस्तर के कलेक्टर हरिस एस ने इस अनियमितता को गंभीरता से लिया और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारियों को मामले की जांच करने के आदेश दिए। विभाग ने मामले की प्राथमिक जांच के बाद पाया कि यह धोखाधड़ी का मामला था, जिसमें वीरेंद्र जोशी ने सनी लियोनी के नाम पर बैंक खाते से रकम निकालने का प्रयास किया। इसके बाद, वीरेंद्र जोशी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की जा रही है और उसके बैंक खाते को भी सीज कर लिया गया है।
कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के खिलाफ कार्रवाई
इस मामले में गहरी जांच के बाद यह भी पता चला कि इस धोखाधड़ी में ग्राम तालुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी और तत्कालीन पर्यवेक्षक भी शामिल थे। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इन दोनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव भी तैयार किया है। इसके अलावा, कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।
कलेक्टर का निर्देश
बस्तर जिले के कलेक्टर हरिस एस ने इस मामले की जांच करने के बाद कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है और इस मामले में संलिप्त सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि किसी भी तरह की धोखाधड़ी या भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि इस तरह के मामले राज्य सरकार की योजनाओं के खिलाफ गलत प्रभाव डालते हैं और उन्हें रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस मामले के सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों के चयन में अब सावधानी बरतनी होगी ताकि कोई भी गलत व्यक्ति योजना का लाभ न उठा सके। सरकार ने इस मामले की जांच तेज कर दी है और अब यह देखना होगा कि आगे और क्या कदम उठाए जाते हैं।