सुखविंदर कौर रंधावा तरनतारन उपचुनाव के लिए नामित
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 07:21 PM (IST)

चंडीगढ़/20जुलाई:(अर्चना सेठी) शिरोमणि अकाली दल को उस समय बहुत बड़ा बढ़ावा मिला जब आजाद गुट पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। अकाली दल अध्यक्ष ने इस हलके से आगामी उपचुनाव के लिए प्रिंसिपल सुखविंदर कौर रंधावा को तरनतारन से पार्टी उम्मीदवार के रूप में नामित किया।इस अवसर पर झब्बाल गांव में एक विशाल राजनीतिक सभा को संबोधित करते हुए बादल ने कहा,‘‘ आज के समागम ने आगामी उपचुनाव में अकाली दल की जीत का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।’’ उन्होने कहा कि प्रिंसिपल सुखविंदर कौर रंधावा ने 43 मौजूदा सरपंचों, 8 नगर पार्षदों और दर्जनों पूर्व सरपंचों और चेयरमैनों के साथ अकाली दल में शामिल होने के दौरान कहा कि आजाद ग्रुप ने यह फैसला अपने हलके साथ-साथ पंथ और पंजाब के हित में लिया है। इस अवसर पर प्रिंसिपल रंधावा को इस हलके का इंचार्ज भी बनाया गया।
अकाली दल अध्यक्ष ने वरिष्ठ नेता गुलजार सिंह रणीके को तरनतारन उपचुनाव के प्रचार के लिए इंचार्ज नियुक्त किया।यह कहते हुए कि अकाली दल पंजाब का प्रतिनिधित्व करता है, बादल ने पंजाबियों से अपील की कि वे राज्य को लूटने वाली बाहरी ताकतों का मुकाबला करने के लिए पार्टी के झंडे तले एकजुट होना चाहिए। उन्होने कहा कि 2015 कि बेअदबी की घटनाओं के पीछे इन ताकतों का ही हाथ था, और यह सब अकाली दल को कमजोर करने के लिए किया गया था। उन्होने कहा,‘‘ अकाली दल पहले ही इन बेअदबी मामलों की स्वतंत्र जांच की मांग कर चुका है, क्योंकि उसका मानना है कि केवल एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच ही इन जघन्य घटनाओं में आप पार्टी की भूमिका को उजागर कर सकती है।’’ उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि पिछले दस सालोें में किसी भी अकाली कार्यकर्ता पर बेअदबी करने का आरोप नही लगा है। उन्होने लोगों से पंजाब को अरविंद केजरीवाल से बचाने की अपील की, जो राज्य के असल मुख्यमंत्री की तरह काम कर रहे हैं।
यह कहते हुए कि पवित्र कुरान शरीफ की बेअदबी के लिए विधायक को दोषी ठहराए जाने से आम आदमी पार्टी की भूमिका साबित होने की बात कहते हुए बादल ने कहा,‘‘ अपराध दोहरा था क्योंकि कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा और हरजोत बैंस ने अपराधी का बचाव किया था।’’ उन्होने कहा कि बेअदबी करने वाले का बचाव करने में आप पार्टी की गलती यही नही रूकी। उन्होने कहाद्व‘‘ आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शिकायतकर्ता को अपनी शिकायत वापिस लेने को मजबूर करके और यहां तक कि सेशन जज से इस संदर्भ में यादव के खिलाफ मामला वापिस लेने का आग्रह करके नरेश यादव को बचाने की कोशिश की। ’’ उन्होने कहा कि बाद में केजरीवाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में यादव को महरौली से पार्टी का दोबारा भी उम्मीदवार बनाया गया।
बादल ने बताया कि कैसे कॉंग्रेस नेता परगट सिंह और सुखजिंदर सिंह रंधावा ने हाल ही में खुलासा किया कि पिछली कांग्रेस सरकार का बेअदबी के दोषियों को दंडित करने का कोई इरादा नही था, बल्कि इस मुददे पर केवल राजनीति की गई थी। बादल ने यह भी बताया कि कैसे अरविंद केजरीवाल ने बिल्डरों के साथ 40 हजार एकड़ उपजाउ जमीन सौंपने का समझौता किया था। उन्होने कहा,‘‘ यह चुनाव लड़ने और आम आदमी पार्टी के खजाने को भरने के लिए फंड एकत्र करने के इरादे से किया जा रहा है।’’ उन्होने यह भी साफ किया कि अकाली दल इस साजिश को कतई कामयाब नही होने देगा। उन्होने कहा,‘‘ हम इस सरकार को एक इंच जमीन भी अधिग्रहित नही करने देंगें।’’
इस अवसर पर वरिष्ठ नेताओं में गुलजार सिंह रणीके, अलविंदर सिंह पखोके, गौरव वल्टोहा, इकबाल सिंह संधू, गुरबचन सिंह करमूवाल, सुखविंदर सिंह खप्परखेड़ी, सुरजीत सिंह पहलवान, राजविंदर सिंह राजा लादेह, रणबीर सिंह राना लोपोके और गुरसेवक सिंह शेख भी मौजूद थे।