क्लास से बाहर आकर तीसरी मंजिल से कूद गया छात्र, देखें सुसाइड का दिल दहला देने वाला वीडियो
punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2025 - 04:46 PM (IST)
नेशनल डेस्क: आंध्र प्रदेश के नारायण कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र ने कक्षा से बाहर निकलकर तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। यह पूरी घटना कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। यह घटना शुक्रवार सुबह करीब 10:15 बजे हुई। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि छात्र अपनी कक्षा से बाहर निकलता है और फिर सीधे खिड़की से कूद जाता है। इस दौरान कक्षा में पढ़ाई चल रही थी और छात्र का सहपाठी उसे जाते हुए देखता है।
शोक में डूबा कॉलेज
इस घटना से पूरा कॉलेज शोक में डूबा हुआ है। छात्र और शिक्षक इस घटना से स्तब्ध हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस घटना ने कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ समाज में भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर क्यों एक युवा छात्र ने ऐसा कदम उठाया? क्या कॉलेज में कोई ऐसी समस्या थी जिसके कारण छात्र तनाव में था? क्या मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या थी? इन सभी सवालों के जवाब तलाशने की जरूरत है।
క్లాస్ జరుగుతుండగానే అందరి ముందే స్టూడెంట్ సూసైడ్
— PolyTricks (@PolyTricks_in) January 23, 2025
అనంతపురం రూరల్ సోమలదొడ్డి నారాయణ కాలేజీలో ఇంటర్ ఫస్టియర్ చదువుతున్న చరణ్ క్లాస్ జరుగుతుండగానే ఒక్కసారిగా బయటకు వెళ్లి మూడో అంతస్తు నుంచి దూకిి ఆత్మహత్య చేసుకున్నాడు.#StudentSucide #LiveSucide #sucide #BreakingNews… pic.twitter.com/8mJrQEtcmi
यह भी पढ़ें: अंतिम संस्कार में हुआ कुछ अजीब, चिता पर लेटे मृतक को सिगरेट और शराब पिलाई, देखिए वायरल वीडियो
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत
यह घटना एक बार फिर हमें मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को याद दिलाती है। आज के समय में युवाओं में तनाव और डिप्रेशन बहुत आम हो गया है। ऐसे में जरूरी है कि हम सभी युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करें।
यह भी पढ़ें: अनोखा दृश्य बंदर ने शिवलिंग को गले लगाया, सोशल मीडिया पर छाया वीडियो
कॉलेज प्रशासन की क्या जिम्मेदारी बनती है?
कॉलेज प्रशासन की भी यह जिम्मेदारी है कि वह छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे। कॉलेज में काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए ताकि छात्र अपनी समस्याओं को शेयर कर सकें और उन्हें सही मार्गदर्शन मिल सके।