Quad के साथ मजबूत संबंध से भारत के सामरिक स्वायत्तता सिद्धांत को मिलेगा बढ़ावा

Sunday, Mar 14, 2021 - 01:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: क्वाड (Quad) समूह के पहले शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन तथा जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा शामिल हुए। क्वाड के साथ साझेदारी से भारत के सामरिक स्वायत्तता सिद्धांत (Strategic Autonomy doctrine) को बढ़ावा मिलेगा। चारों देशों के एकसाथ जुड़ाव से नई दिल्ली की सामरिक स्वायत्तता सिद्धांत की पॉलिसी को ही लाभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड में संबोधन के दौरान कहा भी था कि क्वाड के सदस्य चार देश अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और मुक्त तथा समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र हेतु अपनी प्रतिबद्धता के लिए एकजुट हैं।

 

पीएम मोदी ने कहा था कि आज का हमारा एजेंडा - टीका, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्र हैं, जो ‘क्वाड' को वैश्विक भलाई की ताकत देते हैं। दरअसल भारत के अलावा अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी चीन की नीतियों के खिलाफ इन दिनों खुलकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में चारों देशी की एकजुटता और साझेदारी से भारत को काफी लाभ होगा। बाइडन ने बैठक में परोक्ष तौर पर चीन की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम अपनी प्रतिबद्धताओं को जानते हैं... हमारा क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय कानून द्वारा संचालित है, हम सभी सार्वभौमिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है और किसी दबाव से मुक्त हैं लेकिन मैं हमारी संभावना के बारे में आशावादी हूं।

 

वहीं ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने चार देशों को काम करने के लिए एक साथ लाने के लिए बाइडन को धन्यवाद दिया और कहा कि इतिहास हमें सिखाता है कि हम एक जैसी उम्मीद और साझा मूल्यों की साझेदारी में एकजुट देश हैं और इससे बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है। जापानी प्रधानमंत्री सुगा ने 2004 की सुनामी आपदा को याद किया जब क्वाड सदस्य देश एक साथ आए थे। उन्होंने कहा कि हमें आपदा से निपटने में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत से बड़े पैमाने पर समर्थन मिला था। चीन, दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में क्षेत्रीय विवादों में शामिल हैं। पूर्वी चीन सागर में जापान का चीन के साथ समुद्री विवाद है।

Seema Sharma

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