लद्दाख में मई से जारी है चीन से तनातनी, जानें- अब तक क्या-क्या हुआ

Tuesday, Jun 16, 2020 - 11:59 PM (IST)

नई दिल्लीः लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत चीन के बीच चल रहा सीमा विवाद कई दौर की बातचीत के बाद भी नहीं सुलझ पाया है और मामला अब हिंसक झड़प तक पहुंच गया है। लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों तरफ के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें भारत के 1 अफसर समेत 20 जवान शहीद हो गए। यह घटना ऐसे समय हुई है, जब दोनों देशों की ओर से सुलह की कोशिशें लगातार जारी हैं। बता दें कि चीन से लद्दाख में यह विवाद मई महीने में शुरू हुआ था, जबकि भारत के सड़क निर्माण का चीनी सैनिकों ने विरोध किया। इसके बाद से ही LAC पर दोनों सेनाओं के बीच तनाव बरकरार है।

मई से अब तक क्या-क्या हुआ

  • 5-6 मई की रात: ईस्ट लद्दाख की पैंगोंग झील के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई। दोनों तरफ के सैनिकों को चोट आई।
  • 9 मई: नॉर्थ-ईस्ट में सिक्किम के उत्तर में नाकू ला सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों की बीच झड़प हो गई। कुछ सैनिक चोटिल हुए। बाद में बातचीत से मसला सुलझा।
  • 12 मई: लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास चीन के हेलिकॉप्टर देखे गए। भारत सेना ने भी अपने फाइटल प्लेन तैयार कर लिए, जिसके बाद चीनी सैनिकों को वापस जाना पड़ा।
  • 23 मई: भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे हालात का जायजा लेने के लिए लेह के 14 कॉर्प्स हेडक्वार्टर गए।
  • 26 मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एनएसए अजित डोवाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ लद्दाख बॉर्डर मुद्दे पर चर्चा हुई। इससे पहले तीन सेना प्रमुखों ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी थी।
  • 27 मई: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन का सीमा विवाद सुलझाने के लिए मध्यस्थता की बात कही।
  • 28 मई: अमेरिका के ऑफर पर भारत ने कहा कि हम शांतिप्रिय तरीके से मसले को सुलझाने पर चीन से बात कर रहे हैं।
  • 1 जून: चीन ने कहा कि बॉर्डर पर हालात स्थिर और कंट्रोल में हैं। एएनआई के मुताबिक, चीन के कुछ फाइटर प्लेन पूर्वी लद्दाख से 30-35 किलोमीटर मौजूद थे।

  • 2 जून: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया कि पूर्वी लद्दाख में LAC पर चीनी सैनिक अच्छी-खासी तादाद में मौजूद हैं। उन्होंने ये भी कहा कि हम अपना रुख बदलने वाले नहीं हैं। इसी दिन डिवीजन कमांडर स्तर पर दोनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों के बीच बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
  • 6 जून: लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह के नेतृत्व में भारतीय सेना ने चीन के मेजर जनरल लियु लिन से मोल्डो में बातचीत की। मोल्डो LAC पर चीन के हिस्से में है। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ एक लंबी बैठक की। बैठक में रक्षा मंत्री को बताया गया कि चीन की ओर से बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सैन्य मौजूदगी की गई है।
  • 10 जून: भारत और चीन के मेजर जनरल रैंक के सेना के अफसरों ने बातचीत की। ये बातचीत सकारात्मक बताई गई। लेकिन भारत सरकार के सूत्रों ने बताया कि LAC पर चीनी सैनिकों की तैनाती जारी रहने तक बात नहीं बनने वाली है।
  • 11 जून: चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से बयान दिया गया है दोनों देश इस मसले को आपस में बिल्कुल सही तरीके से निपटा रहे हैं। भारत और चीन के बीच इस मसले पर सैन्य और डिप्लोमेटिक लेवल पर बात हो रही है। दोनों ही देश इस वक्त माहौल को शांत करने में जुटे हुए हैं।

  • 11 जून: खबर आई कि चीनी फौज लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक डटी हुई है, लिहाजा भारत ने भी इसके जवाब में बड़ी संख्या में अपनी सेना तैनात की है। सीमा विवाद को देखते हुए भारत ने इस इलाके में रिजर्व फौज भी भेजी है।
  • 12 जून: भारत और चीन के कमांडरों के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता हुई. इस दौरान भारत और चीन के बीच लद्दाख के गलवान इलाके के PP 14, PP 15 और 17A में तनाव को कम करने और गतिरोध को खत्म पर फोकस किया गया। ये दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडरों के मेजर जनरल स्तर की 5 राउंड की वार्ता थी।
  • 13 जून: आर्मी चीफ एम एम नरवणे ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर हालात काबू में है। उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच सैन्य लेवल पर कई स्तर पर बातचीत हो रही है, और बातचीत के जरिए हम हर तरह के विवादित मुद्दों को सुलझाने में सक्षम हैं।
  • 14 जून: जम्मू वर्चुअल जन संवाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर वार्ता जारी है और इस मुद्दे पर देश की सरकार लोगों को भरोसा दिलाना चाहती है कि राष्ट्रीय स्वाभिमान को किसी भी कीमत पर झुकने नहीं दिया जाएगा।
  • 15 जून: दोनों देशों के बीच ब्रिगेडियर कमांडर, कमांडर ऑफिसर लेवल की बातचीत हुई। ये बातचीत PP14 इलाके के पास की गई। इसमें गलवान घाटी में सैनिकों को वापस भेजने और फिर अप्रैल से पहले जैसी सामान्य स्थिति कायम करने को लेकर चर्चा हुई।


आज का घटनाक्रम

  • इन तमाम कोशिशों के बाद आज यानी 16 जून को यह खबर आई कि गलवान घाटी में दोनों सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें एक अफसर और 2 जवान शहीद हो गए। शाम होते होते गलवान में शहीद हुए सैनिकों की संख्या 20 हो गई।
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ लगातार दो बैठकों में चर्चा की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी स्थिति से अवगत कराया। रक्षा मंत्री के आवास पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की मौजूदगी में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ लगभग एक घंटे बैठक चली।

  • विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम इस बात को पूरी तरह से मानते एवं समझते हैं कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता कायम रखने और मतभेदों को बातचीत के माध्यम से सुलझाने की जरूरत है। पर इसी समय हम भारत की संप्रभुता एवं प्रादेशिक अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए द्दढ़ प्रतिज्ञ हैं।'
  • पीएम मोदी के आवास पर हाईलेवल मीटिंग हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए। इसके अलावा पीएम मोदी ने अमित शाह के साथ अलग से बैठक की।  

Yaspal

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