जम्मू में अब आतंकी अपना रहे हैं धमाकों की नई तकनीक, स्टिकी बम से हमले रचने की साजिश

Saturday, Oct 08, 2022 - 10:15 PM (IST)

जम्मू  : जम्मू कश्मीर के कठुआ में शनिवार को तीन-तीन परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) और स्टिकी बम बरामद किए गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के एक आतंकवादी को दो अक्टूबर को कठुआ से गिरफ्तार किया गया था, उसी के खुलासे के बाद यह बरामदगी की गई।

पुलिस के अनुसार, बिलावर गांव का आतंकवादी जाकिर हुसैन भट उर्फ ​​उमर फारूक विभिन्न सोशल मीडिया ऐप के जरिए पाकिस्तान से सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद के साथ संपर्क में था और उसे जम्मू क्षेत्र में हमला करने के लिए आईईडी और स्टिकी (चिपकाने वाले) बमों की एक खेप मिली थी।

पुलिस ने कहा,"से पहले एक मामले में दोषी ठहराया गया था और वह 14 साल के लिए कोट भलवाल जेल में बंद था तथा 2019 में रिहा कर दिया गया था। उसने जेईएम के आतंकवादी फरीद के साथ संबंध विकसित किए थे, जो जम्मू कश्मीर में जेल की सजा काटने के बाद अपने देश पाकिस्तान लौट गया था।"

उन्होंने बताया कि वह पाकिस्तान स्थित आकाओं के इशारे पर अन्य पुराने आतंकवादियों को अपने क्षेत्र में शामिल कर पुरानी आतंकवादी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने की योजना बना रहा था।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि विस्फोटक की हालिया बरामदगी कठुआ के मल्हार गांव से की गई है और अंतिम रिपोर्ट मिलने तक तलाशी अभियान जारी था।

उन्होंने कहा, "आतंकवादी के खुलासे पर एक अभियान शुरू किया गया था और अब तक कुल छह विस्फोटक उपकरण जिनमें तीन-तीन आईईडी और तीन स्टिकी बम बरामद किए गए हैं।"

इससे पहले भट की गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से एक स्टिकी बम बरामद किया गया था।


 

Monika Jamwal

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