जवानों के लिए घातक साबित हो रही है आतंकियों की बंदूक से निकलने वाली स्टील बुलेट

Friday, Jan 12, 2018 - 12:38 PM (IST)

श्रीनगर: आतंकवादियों की राइफल से निकलने वाली बुलेट जवानों के लिए घातक साबित हो रही है। असल में एके 47 से निकलने वाली स्अील बुलेट जवानों की बुलेट प्रूफ जैकेट को भेदने में सक्षम है और यही कारण है कि जवानों की जान पर बन आती है। 31 दिसंबर को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए थे और इस बात का खुलासा हुआ है कि दो जवानों को जो गोली लगी थी वो बुलेट प्रूफ शील्ड को भेद कर लगी थी।


पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमले के दौरान दो आतंकियों को एक कमरे में घेर लिया गया था और उनको मारने के लिए कुछ जवान बुलेट प्रूफ शील्ड के साथ कमरे में घुसे थे जिनमें से दो जवान शहीद हो गए थे। जानकारी के मुताबिक जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि आतंकियों की गोलियां जवानों की बुलेट प्रूफ शील्ड को भेद कर लगी थी। इस बात का भी खुलासा हुआ है कि बुलेट प्रूफ शील्ड में कोई कमी नहीं थी बल्कि आतंकियों ने जो गोलियां चलाई थीं उनका अगला हिस्सा स्टील का था।


अभी तक इस्तेमाल हो रहीं थी तांबे की गोलियां
अभी तक कश्मीर में आतंकियों द्वारा जो गोलियां प्रयोग में लाई जा रहीं थीं उनका अगला हिस्सा तांबे का होता था। सामान्य तौर पर एके 47 में यही गोलियां इस्तेमाल होती हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों के पास जो बुलेट प्रूफ जैकेट और शील्ड थे वो तांबे की गोलियां को रोकने वाले थे पर अब स्टील की गोलियों के आगे यह काम नहीं कर पाए।


चीन में बने हो सकते हैं बुलेट
सुरक्षाबलों को इस बात की आशंका है कि आतंकी जो स्टील बुलेट का प्रयोग कर रहे हैं वे चीन में बने हो सकते हैं7 हांलाकि इस पर अभी कुछ भी नहीं कहा गया है। आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान को चीन ने ही स्टील बुलेट की आपूर्ति की होगी। अब सुरक्षाबलों ने इस चुनौती से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।


दिये जाएंगे मजबूत बुलेट प्रूफ शील्ड

अब सुरक्षाबलों को कश्मीर में आतंकियों और इससे जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए मजबूत बुलेट प्रूफ शील्ड दिये जाएंगे। इस बात के लिए काम शुरू हो गया है। आतंकियों से अब ठोस नीति के साथ ही निपटा जाएगा।
 

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