स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की खूबसूरती ने दुनिया को बनाया दिवाना, ​कमाई में ताजमहल को भी छोड़ा पीछे

Wednesday, Nov 06, 2019 - 03:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: स्मारक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) ने नया मुकाम हासिल कर लिया है। देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी इसका जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है, जिसका नतीजा यह है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के श्रेष्ठ 5 स्मारकों में से सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बन गया है। इतना ही नहीं कमाई के मामले में इसने दुनिया के 7वें अजूबों में शामिल ताजमहल को भी पीछे छोड़ दिया है। 

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की कमाई ने ताजमहल को भी छोड़ा पीछा 

ASI की रिपोर्ट के मुताबिक इस एक साल की अवधि में टिकट की व्यवस्था संभालने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता ट्रस्ट ने रिकॉर्ड 63.39 करोड़ रुपये की कमाई की है। जबकि इसी अवधि में ताजमहल को 56 करोड़ रुपये की कमाई हासिल हुई है। हालांकि यहां पर्यटकों की संख्या ताजमहल के मुकाबले कम रही। एक वर्ष के दौरान ताजमहल देखने पहुंचे कुल पर्यटकों की संख्या 64.58 लाख रही। वहीं दूसरी तरफ स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने इस अवधि में केवल 24 लाख लोग ही पहुंचे।

आर्कियोलॉजिकल सर्वेक्षण ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक साल में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को 63 करोड़, ताजमहल को 56 करोड़, आगरा किला को 30.55 करोड़, कुतुबमीनार को 23.46 करोड़, फतेपुर सीकरी को 19.04 करोड़ और लाल किला को 16.17 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने में ताजमहल आज भी अव्वल स्थान पर काबिज है। 

सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू की लागत है 2,989 करोड़ रुपए

दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर ऊंची (597 फीट) है और ये दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। खास बात यह है कि इसे बनाने में 2,989 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और इसे लार्सन एंड टुब्रो कंपनी ने बनाया है। ये मूर्ति सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर साधू बेट नाम के स्थान पर है जो नर्मदा नदी पर एक टापू है। 

 

vasudha

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